दरभंगा। आकाशवाणी, दरभंगा प्रसारण केंद्र को पटना आकाशवाणी केंद्र के अधीनस्थ कर रिले केंद्र बनाने के निर्णय के खिलाफ आरवाईए, आइसा, जसम एवं इंसाफ मंच ने संयुक्त रूप से प्रतिरोध मार्च निकाला। प्रतिरोध मार्च मिर्जापुर नगर कार्यालय से लेकर आकाशवाणी केंद्र प्रांगण आकर जनसभा में तब्दील हो गया। जनसभा की अध्यक्षता जन संस्कृति मंच के राज्य उपाध्यक्ष कल्याण भारती ने की। मार्च में भाकपा माले के वरिष्ठ नेता आर.के.सहनी, भूषण मंडल, धनराज शाह, उमेश साह, रंजन सिंह, जसम राष्ट्रीय कार्यकारणी सदस्य प्रो. सुरेंद्र सुमन, जसम जिलाध्यक्ष डॉ. रामबाबू आर्य, आरवाईए के राज्य उपाध्यक्ष संदीप चौधरी, प्रिंस कर्ण, ओणम कुमारी,जसम जिला सचिव समीर, अहसान अली सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं नागरिक शामिल थे।
वक्ताओं ने समवेत स्वर में कहा कि आकाशवाणी दरभंगा के स्वतंत्र अस्तित्व को समाप्त करना मिथिला के जनमानस का अपमान है। लंबे समय से मिथिलांचल की अभिव्यक्ति का प्रमुख साधन रहे आकाशवाणी दरभंगा को मूक करने के पीछे भाजपा सरकार की क्या मंशा है, यह समझना कठिन नहीं है! विदित हो कि यहां वर्षों से गीत एवं नाटक प्रभाग भी बंद पड़ा है। सुविधाओं के अभाव में बदहाल आकाशवाणी दरभंगा पर सरकार का यह प्रहार असहनीय है। अभी समाज में भ्रामक स्थिति बनाई जा रही है कि सरकार ने रिले केंद्र बनाने के फैसले को वापस ले लिया है। हम यह पूछते हैं कि सूचना एवं प्रसार मंत्री अश्विनी वैष्णव जब तक आधिकारिक बयान देकर इस फैसले को वापस करते हुए मिथिलांचल की जनता से माफी नहीं मांगते, हम अफवाहों पर विश्वास नहीं कर सकते। यदि केंद्र सरकार अपने फैसले को वापस नहीं लेती है तो दरभंगा से लेकर पटना तक व्यापक आंदोलन की दिशा में हम अग्रसर होंगे।