Protest against Sri Lankan government : श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के देश छोड़ कर भागने की खबर से गुस्सा प्रदर्शनकारी
Protest against Sri Lankan government : श्रीलंका में हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं। स्थिति यह हो गई है कि प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन को अपने कब्जे में ले लिया है। स्पीकर अभयवर्धने ने ईमरजेंसी बैठक बुलाई है। दरअसल श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के कथित तौर पर देश छोड़कर भाग जाने के बाद कोलंबो में हजारों की संख्या में गुस्साए प्रदर्शनकारी उनके घर पर कब्जा कर लिया। श्रीलंका के स्थानीय मीडिया डेली मिरर ने बताया कि हवा में कई गोलियां चलने की आवाज सुनी गई थी। पुलिस ने राष्ट्रपति भवन आवास को घेरने वाले प्रदर्शनकारियों को भगाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन में घुस गये हैं।
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बताया जा रहा है कि राष्ट्रपति गोटबाया ने कोलंबो में प्रदर्शन शुरू होने से पहले ही परिसर खाली कर दिया था। इस बीच प्रदर्शन के दौरान दो पुलिस अधिकारियों समेत कम से कम 30 people injured होने की खबर है। घायलों कोलंबो में नेशनल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। राष्ट्रपति को संबोधित एक पत्र में श्रीलंका पोदजाना (एसएलपीपी) के 16 सांसदों ने उनसे भ्रष्टाचार के आरोपों से मुक्त एक नेता को अवसर देने का आह्वान किया है।
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Captured Rashtrapati Bhavan
उधर प्रदर्शनकारियों ने पूरी तरह से राष्ट्रपति भवन को अपने कब्जे में ले लिया है। इस दौरान कई प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति भवन में बिस्तर पर बैठे नजर आए। साथ ही कुछ लोगों की स्विमिंग पूल में डुबकी लगाते हुए तस्वीर सामने आई है। इस बीच पुलिस अधिकारी को भी प्रदर्शन में शामिल होते देखा गया है। समागी जाना बालवेगया (एसजेबी) सांसद रजिता सेनारत्ने जब विरोध में शामिल होने के बाद प्रदर्शनकारियों ने उन पर हमला कर दिया।
श्रीलंका की पुलिस ने Demand the Resignation of the President लेकर शनिवार को विरोध प्रदर्शन से पहले शुक्रवार को स्थानीय समयानुसार रात 9 बजे से पश्चिमी प्रांत में कई पुलिस डिवीजनों में कर्फ्यू लगा दिया था। पुलिस ने कहा कि कर्फ्यू का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। श्रीलंकाई मीडिया ने कहा कि उन पर कर्फ्यू वाले क्षेत्रों में पूरी तरह से रोक लगी हुई है। Demand the Resignation of the President
पुलिस ने लोगों को अन्य वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करने की सलाह दी थी। देश में बिगड़ती आर्थिक स्थिति से तनाव बढ़ गया है। साथ ही गत कुछ हफ्तों में ईंधन स्टेशनों पर लोगों, पुलिस बल और सशस्त्र बलों के बीच कई टकराव की खबरें आई हैं। जहां गुस्साए लोग ईंधन लेने के लिए लाइन में लगे हुए थे।
इस दौरान पुलिस ने लोगों पर कई बार अनावश्यक तौर पर आंसू गैस और पानी की बौछार का इस्तेमाल किया है। Protest against Sri Lankan government के तहत कई मौकों पर सशस्त्र बलों ने गोला बारूद भी दागे हैं। 1948 में स्वतंत्र होने के बाद से श्रीलंका अपने सबसे खराब आर्थिक संकट का सामना कर रहा है।