नई दिल्ली। सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ मामले में मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों ने मोर्चा खोल दिया है। पार्टियों ने साझा बयान जारी कर जांच एजेंसियों के इस्तेमाल को लेकर संघर्ष शुरू करने की बात कही है। खास बात यह है कि नेशनाल हेराल्ड अखबार से जुड़े मामले में प्रवर्तन निदेशालय कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से पूछताछ करेगा। इसे लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने बड़े स्तर पर विरोध की तैयारी की है। साझा बयान के अनुसार मोदी सरकार अपने राजनीतिक विपक्षियों और आलोचकों के खिलाफ जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर प्रतिशोध का अभियान चला रही है।
कई राजनीतिक दलों के बड़े नेताओं को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है और अभूतपूर्व तरीके से उत्पीड़न किया जा रहा है। आगे बताया गया कि हम इसकी निंदा करते हैं और समाज के ताने-बाने के बिगाड़ने वाली मोदी सरकार की जनविरोधी, किसान विरोधी, संविधान विरोधी नीतियों के खिलाफ सामूहिक लड़ाई को तेज करने का संकल्प लते हैं। साझा बायन पर कर्स दलों ने दस्तखत किये हैं। इनमें कांग्रेस, सीपीआई (एम), वीसीके, टीआरएस, एनसीपी, शिवसेना, आरजेडी, सीपीआई,आईयूएमएल.डीएमके का नाम शामिल है। ईडी नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े मनी लॉड्रिंग मामले को लेकर सोनिया से पूछताछ करने जा रही है। इससे पहले जांच एजेंसी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से भी लंबी पूछताछ कर चुकी है। इससे पहले जांच एजेंसी पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष को दो बार पहले भी तलब किया था लेकिन स्वास्थ्य संबंधी कारणों से वह पेश नहीं हो सकी थीं।