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बहराइच दंगे में एनकाउंटर पर सियासत और चुनाव?

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चरण सिंह
बहराइच दंगे में एनकाउंटर का खेल शुरू हो चुका है। एनकाउंटर में राम गोपाल मिश्र की हत्या के आरोपी सरफराज और तालिब के पैर में गोली लगी है। पुलिस का कहना है कि ये आरोपी नेपाल भागने का प्रयास कर रहे थे। बहराइच की एसपी वृंदा शुक्ला का कहना है कि पुलिस इन आरोपियों को हत्या में प्रयुक्त हथियारों की निशानदेही पर ले गई थी कि इन आरोपियों ने वहां पर लगे हथियारों से पुलिस पर फायरिंग कर दी। पुलिस ने अभिरक्षा में गोली चलाई जो इन आरोपियों के पैर में लगी है। ओवैसी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली ने कहा है कि जिसका डर था वही हुआ। मार डाला। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर नफरत फैलाने और भय पैदा करने के लिए फर्जी एनकाउंटर कराने का आरोप लगाया है।
दरअसल जिस तरह से दुर्गा प्रतिमा की विसर्जन यात्रा के दौरान बवाल मचा, जिस तरह से राम गोपाल मिश्रा के एक मुस्लिम की छत पर उनका झंडा उतार कर भगवा झंडा लहराने की वीडियो वायरल हुई, जिस तरह से उसको मारा गया। जिस तरह से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दंगाई बख्शे नहीं जाएंगे। जिस तरह से राम गोपाल मिश्र की पत्नी ने कहा कि जान के बदले जान चाहिए। ऐसे में हमें यह भी देखना होगा कि १३ नवम्बर को उत्तर प्रदेश में विधानसभा उप चुनाव है। जिस तरह से १३ और २० नवम्बर को झारखंड में तो २० नवम्बर को महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में राम गोपाल मिश्रा की हत्या के बाद से ही माना जाने लगा था कि योगी आदित्यनाथ इस मामले में ऐसा कुछ करने वाले हैं कि लोग देखते रह जाएं। मतलब राम गोपाल मिश्रा की हत्या के आरोपियों का एनकाउंटर ? जिस व्यक्ति अब्दुल हमीद की छत का यह वाक्या हुआ और उस पर राम गोपाल को गोली मारने का आरोप लग रहा है। ऐसे में योगी हिन्दुओं को खुश करने के लिए क्या करेंगे। बताने की जरूरत नहीं है।
हमीद के दो बेटे सरफराज और तालिब के एनकाउंटर की जो खबरें चल रही हैं। जिस तरह से यह माना जा रहा है कि इन दोनों के पैरों में गोली लगी है। एक आरोपी के पैर में गोली फंसने की बात सामने आई है। मतलब मामला संदिग्ध है। अब्दुल हमीद की बेटी रुखसार का कहना है कि कल चार बजे उनके पिता और दो भाइयों को एसटीएफ ने उठा लिया। उनके पति और देवर को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। रुखसार की सही माने तो ये सभी पुलिस की गिरफ्त में थे। यदि योगी आदित्यनाथ के संदेश देने की बात करें तो अब्दुल हमीद से पहले उसके दोनों बेटों का एनकाउंटर हो सकता है। उसके बाद अब्दुल हमीद का भी एनकाउंटर हो जाए तो उससे भी इनकार नहीं किया जा सकता है।
बहराइच मामले में यह माना जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ बहराइच से बड़ा संदेश देना चाहेंगे। वह संदेश तब जाएगा जब आरोपियों का एनकाउंटर हो। उत्तर प्रदेश का माहौल खराब न हो इसके लिए मामला धीरे-धीरे सामने आएगा।