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सियासत : 60 मिनट की मुलाकात, 4 सीटों पर बात!

 ‘पारस’ को पत्थर से सटा गोल्ड पाने का मिशन?

दीपक कुमार तिवारी

पटना । बिहार में होने वाले चार सीटों के उपचुनाव से पहले, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने सहयोगी दलों से बातचीत तेज कर दी है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने गुरुवार को राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (रालोजपा ) के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस से मुलाकात की। यह मुलाकात पटना में रालोजपा के प्रदेश कार्यालय में हुई। हालांकि इस मुलाकात को शिष्टाचार भेंट बताया जा रहा है, लेकिन माना जा रहा है कि यह भविष्य की रणनीति का हिस्सा है। 60 मिनट की इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। लेकिन ये भी तय है कि मुलाकात किसी खास मकसद से ही की गई। चर्चा के केंद्र में वो चार चुनिंदा विधानसभा सीटें भी हैं, जिनको लेकर चिराग पासवान और पारस आमने-सामने हो सकते हैं।
लोकसभा चुनाव में एनडीए द्वारा किनारे किए जाने से रालोजपा में नाराजगी है। पार्टी कार्यकर्ताओं में भी बेचैनी देखने को मिल रही है। इस नाराजगी के चलते पारस ने हाल ही में एनडीए छोड़ने की चेतावनी तक दे डाली थी। हालांकि बाद में पता नहीं क्या हुआ कि पारस अपने फैसले से पीछे हट गए और पीएम मोदी के समर्थन में आ गए। लेकिन उसके बाद न तो मंत्रीमंडल और न ही बिहार में पारस को कोई तरजीह मिली। ऐसे में बीजेपी कोटे के मंत्री दिलीप जायसवाल और पारस की मुलाकात को काफी अहम माना जा रहा है।
रालोजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने बताया कि दोनों नेताओं के बीच एक घंटे से अधिक समय तक चली बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई। चर्चा के मुख्य बिंदुओं में एनडीए के सभी दलों के बीच समन्वय स्थापित कर विधानसभा चुनाव लड़ना और अन्य राजनीतिक विषय शामिल थे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने इस दौरान रालोजपा और दलित सेना के अन्य नेताओं से भी मुलाकात की।
यह मुलाकात इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है कि हाल के दिनों में एनडीए के भीतर कुछ अनबन की खबरें आई हैं। ऐसे में भाजपा अपने सहयोगियों को साधने की कोशिश कर रही है ताकि आगामी चुनावों में उसे किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। देखना होगा कि आने वाले दिनों में भाजपा और रालोजपा के बीच क्या समीकरण बनते हैं। हां, ये जरूर है कि अगर बीजेपी को सीटों का गोल्ड हासिल करना है तो उसे पारस की जरुरत पड़ सकती है।

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