बी कृष्णा
बिहार की गिनती भारत के सबसे गौरवशाली इतिहास वाले राज्यों में से एक राज्य के रूप में होती है| इसी बिहार में 2 अक्टूबर 2024 को आगामी वर्ष 2025’नवंबर, दिसंबर माह में होनेवाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए, जनता के सुंदर राज और बिहार के बदलाव की बात करते हुए एक नई राजनीतिक पार्टी ‘जन सुराज पार्टी’ की नींव डली| राजनीतिक विशेषज्ञ प्रशांत किशोर ने इसकी घोषणा करते हुए मंच से बहुत सी बातें कहीं जिनमें से मुख्य हैं:-
1 – हमें दिल्ली ( केंद्र ) की जरूरत नहीं | केंद्र की मेहरबानी नहीं चाहिए|
2 – अपनी व्यवस्था हम स्वयं बनाएंगे|
3 – बिहार को मदद की जरूरत नहीं बल्कि बिहार दूसरों की मदद करेगा|
4 – सरकार बनते ही एक घंटे के भीतर शराबबंदी को उठाकर बाहर फ़ेंक देंगे|
5 – बिहार के लोग अपने घर में रोजगार के साधन स्वयं जुटाएंगे|
6 – बिहार में विश्वस्तरीय शिक्षा व्यवस्था बनाएंगे|
7 – पढाई, रोजगार और बच्चों के विकास पर पूरा ध्यान दिया जायेगा|
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए ज्योतिष के नज़रिए से यह देखने का प्रयास करते हैं कि प्रखर चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर जिन्होंने कई नेताओं के राजनीति की राह सुगम बनाई है स्वयं उनके लिए राजनीति की राह कितनी सुगम होगी| वर्तमान में बिहार कि राजनीतिक माहौल को देखते हुए यह भी जानने का प्रयास करेंगे कि इनके लिए माहौल कैसा रहेगा?
अमावस्या के दिन ब्रह्म योग एवं नाग करण के साथ कुंभ लग्न और कुंभ ही नवांश की कुंडली है| कृष्ण पक्ष और दिन का जन्म,लग्न कुंडली में लग्नेश लग्न में, अष्टमेश अष्टम में तथा नवमेश नवम भाव में तथा गुरु केंद्र में होकर कुंडली को बल प्रदान कर रहे हैं| स्थिर एवं वर्गोत्तम लग्न का होना भी शुभ है|
कुंडली की कमजोर कड़ी है- पंचम भाव में मंगल का होना| पंचमेश का अष्टम में होना|दशमेश पर शनि की दृष्टि तथा अमावस्या का जन्म|
वर्तमान में चलने वाली दशा है – चंद्र/ मंगल/ सूर्य की| दशानाथ चंद्र एवं प्रत्यंतर दशानाथ सूर्य अष्टम भाव में अष्टमेश के साथ हैं तथा मंगल से दृष्ट हैं|
वर्ष 2025 में होनेवाले विधानसभा चुनाव के समय की दशा रहेगी चंद्र/राहु की| राहु जन्म कुंडली के द्वितीय भाव में है तथा इसका राश्याधिपति गुरु चतुर्थ भाव में हैं|
कुंडली में बनने वाले योग, चलनेवाली दशा के अनुसार निम्नांकित संकेत मिल रहे हैं-
1 – एक बेहतरीन MIND PLAYER जो जनता को ख्वाबों की दुनिया में ले जाने की पूरी कोशिश करेंगे|
2 – स्वयं के द्वारा निर्धारित नीतियों में स्वयं ही फेरबदल करेंगे|
3 – नवांश में नवम भाव में राहु का होना एवं नवम भाव का शनि, मंगल से दृष्ट होना, धार्मिक उन्माद की स्थिति बनेगी| दलित एवं मुस्लिम को अपने पक्ष में करने के लिए धर्म का बखूबी इस्तेमाल इनके कार्यकर्ताओं के द्वारा किया जायेगा|
4 – लग्न कुंडली में राहु का द्वितीय भाव में होना- राज्य को नशे की चपेट से निकाल पाना संभव नहीं मतलब शराबबंदी नहीं कर पाएंगे| भ्रामक बातें की जाएँगी| अलबत्ता राहु का राश्याधिपति गुरु का चतुर्थ भाव में बैठना इस मुद्दे के आधार पर उनको लाभ मिलेगा यह एक संकेत मिल रहा है|
5 – शिक्षा व्यवस्था को विश्वस्तरीय बनाने की बात मुंगेरी लाल के हसीन सपने की तरह होगा| थोड़ी बहुत कोशिश होगी परन्तु कोई ठोस कदम नहीं उठाये जायेंगे|
6 – इनके साथ चलनेवाले इनके विश्वसनीय ही इनके विरुद्ध षड्यंत्र करेंगे| विवाद उत्पन्न होगा|
7 – ऐसा प्रतीत हो रहा है मानों एक पार्टी नहीं एक कंपनी का गठन हुआ है जिसमें निवेश करना फायदेमंद होगा- कुछ इस तरह से BRAINWASH किया जायेगा|
8 – फिलहाल स्वयं के लिए सत्ता के शीर्ष पर पहुँचने संकेत तो नहीं है परंतु कुछ जगहों पर केंद्र की मदद से राजनीति की विसात को पलटने में कामयाब होंगे ऐसा संकेत मिल रहा है|
(नोट – इस कुंडली के साथ प्रशांत किशोर एवं मनोज भारती की कुंडली को मिलाकर देखा जाना चाहिए)
(बी कृष्णा ज्योतिषी, योग और आध्यात्मिक चिंतक हैं)