बिहार चुनाव से पहले महागठबंधन में दरार -झामुमो ने 16 सीटों पर ठोका दावा
दीपक कुमार तिवारी। रांची/पटना ।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में दरार के संकेत दिखने लगे हैं। झारखंड की सत्तारूढ़ पार्टी झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने साफ कर दिया है कि वह आगामी चुनाव में हर हाल में हिस्सा लेगी। पार्टी ने बिहार की 16 सीटों पर अपना दावा ठोकते हुए गठबंधन से सीटें मांगी हैं। हालांकि, गठबंधन से अलग होकर चुनाव लड़ने की भी तैयारी कर ली गई है।
झामुमो ने जिन विधानसभा सीटों पर दावा किया है, वे हैं: कटोरिया, चकाई, ठाकुरगंज, कोचाधामन, रानीगंज, बनमनखी, धमदाहा, रुपौली, प्राणपुर, छातापुर, सोनवर्षा, झाझा, रामनगर, जमालपुर, तारापुर और मनिहारी। ये सभी सीटें झारखंड की सीमा से सटे इलाके हैं, जहां पार्टी की पकड़ मानी जाती है।
झामुमो का कहना है कि उनकी प्राथमिकता महागठबंधन के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की है, लेकिन अगर उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं किया गया, तो पार्टी अकेले भी मैदान में उतरने को तैयार है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, अब तक उन्हें महागठबंधन की औपचारिक बैठकों में बुलावा नहीं मिला है।
राजद नेता और झारखंड के श्रम मंत्री संजय प्रसाद यादव ने झामुमो की मांग को जायज ठहराया है। उन्होंने कहा, “हर पार्टी अपने विस्तार की कोशिश करती है। जब झारखंड में चुनाव हुए थे, तब राजद ने भी 15 सीटों की मांग की थी। अगर 10 सीट मांगेंगे तभी तो 5 मिलेंगी, एक ही मांगेंगे तो कैसे मिलेगा?”
अब सवाल यह है कि क्या झामुमो को गठबंधन में जगह मिलेगी या वह अलग होकर चुनावी समर में उतरेगा? झामुमो की भागीदारी सीमावर्ती क्षेत्रों में समीकरण बदल सकती है और इसका असर पूरे बिहार चुनाव पर देखने को मिल सकता है।