अनूप जोशी
रानीगंज : झारखंड पुलिस की बदौलत एडीपीसी की पुलिस ने रानीगंज के सेन्को गोल्ड में हुई डकैती के मामले का आखिरकार पर्दाफाश कर लिया है। तीन सप्ताह बाद रानीगंज में सोने के गहनों की दुकान में डकैती के मामले में पुलिस ने पांच दोषियों को पकड़ा था। जिसे रिमांड पर लेने के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। डकैती कांड में लिप्त तीन आरोपियों सोनू सिंह, सूरज सिंह, और विवेक चौधरी – को लेकर पुलिस ने बुधवार को रानीगंज के सेन्को गोल्ड के समीप घटना का पुनर्निर्माण किया।
श्रीपुर फांड़ी के आईसी मेघनाथ मंडल, जिन्होंने सात डकैतों के गिरोह से अकेले लड़ाई की थी, उनके साथ रानीगंज थाना के मेज बाबू अजय बाग और पंजाबी मोड़ फांड़ी के आईसी रविंद्रनाथ दोलुई ने इस पुनर्निर्माण में भाग लिया। पुलिस की बड़ी टुकड़ी और सीआईडी विभाग के पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर इस घटना को नाट्य रूप में दिखाया गया।
दोपहर करीब तीन बजे पुलिस की बड़ी टुकड़ी घटनास्थल पर पहुंची और चारों ओर से पुलिस प्रशासन की घेराबंदी की। डकैतों के गिरोह के सदस्यों ने दिखाया कि कैसे उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया और कैसे पुलिस अधिकारी ने अकेले ही डकैतों से मुकाबला किया। पुनर्निर्माण में यह भी दिखाया गया कि डकैतों ने किस तरह से पुलिस अधिकारी को घेर कर गोलीबारी की थी।
इस पुनर्निर्माण से पुलिस को डकैती के मामले में महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं और यह भी स्पष्ट हुआ कि पुलिस अधिकारी ने बहादुरी से अकेले लड़कर डकैतों को भगाया था।