केंद्र व राज्य सरकार की राजनीतिक लड़ाई, दिल्ली बना लापरवाह अधिकारियों की राजधानी, दिल्ली की सड़के खस्ताहाल, पीडब्ल्यूडी व जगजाहिर डीजेबी अधिकारी मस्तहाल
महेश मिश्रा
नई दिल्ली। मटियाला विधानसभा, ककरोला वार्ड (नई दिल्ली): आज हम लापरवाह अधिकारियों की फेहरिस्त में शामिल पीडब्ल्यूडी व डीजेबी की मिलीभगत की बात करेंगे। मामला है मटियाला विधानसभा का जहा डीजेबी अधिशासी अभियंता (सी) डीआर XIV ने ककरोला जीओसी की हरि विहार कॉलोनी के द्वारका मेट्रो रोड के दोनो तरफ पिलर न 810 से 821 तक सीवर के काम के लिए सड़क कटिंग करी और उसके रिस्टोरेशन (दोबारा बनाने) के लिए जीएसडीआई पोर्टल की यूनिक आईडी 202011091515334 दिनाक 09.11.2020 के माध्यम से पीडब्ल्यूडी द्वारा जारी एस्टीमेट अनुसार अधिशाषी अभियंता एम-141 पीडब्ल्यूडी को डीजेबी ने 5,12,882.00 चेक न 33014911 दिनांक 28.02.2022 द्वारा पेमेंट भी कर दी।
अब आप सोच रहे होंगे इसमें क्या गलत है दोनो विभागों ने जनता के लिए ठीक ही तो किया लेकिन असली कहानी तो अब शुरू होती है कि यह रोड आज तक नही बनी क्योंकि डीजेबी (सी) डीआर XIV ने जनता का पैसा (सरकारी टैक्स) उठाया और दूसरे विभाग पीडब्ल्यूडी एम 141 को दे दिया और वह पैसा कहा गया या कहा लगा यह आज तक जनता को ज्ञात नही क्योंकि रोड वहा बनी नही और जनता एवम राहगीर अभी भी इतने वर्षो से बेहाल है और रोजाना इस टूटी फूटी, गड्ढों से भरे रास्ते, गड्ढों की वजह से संकरी हो गई व पानी भरा रहता है ऐसे सड़क पर अपनी जान हथेली पर लेकर चलते है। रणबीर सिंह सोलंकी चेयरमेन (फेडरेशन ऑफ साउथ एंड वेस्ट डिस्ट्रीक्ट वेलफेयर फोरम, दिल्ली) व राष्ट्रीय अध्यक्ष (राष्ट्रीय युवा चेतना मंच, भारत) यहां आए तो थे सीवर की समस्या का जायजा लेने और जब उसका काम करा दिया तो वहा की स्थानीय जनता ने उनको सर माथे बिठा लिए और मसीहा तक का दर्जा दे दिया और अपनी एक और समस्या उनके सामने रख उसका समाधान कराने के निवेदन करा नतीजन कर्मठ, जुझारू, समाजसेवी रणबीर सिंह सोलंकी जी से जनता/समाज का दुख देखा न गया और उन्होंने विभागों के चक्कर काट-काट दोनो विभागो के लापरवाह अधिकारियों की पोल पट्टी के सारे दस्तावेज इक्ट्ठा किए। सोलंकी ने उपराज्यपाल, शहरी विकास मंत्री, दिल्ली से मांग की आप दोनों को ही जनता के टैक्स द्वारा तनख्वाह दिल्ली की जनता के काम करने के लिए मिलती है न की टीवी अखबारों में बयानबाजी के लिए इसलिए धरातल पर आए जनता के बीच आए और दिल्ली की जो भारत की राजधानी में रहते हुए भी मूलभूत सुविधाओं के लिए रोजाना परेशान है उन समस्याओं को जान समझ उनको समाधान दिलाए। मटियाला विधानसभा की जनता ने दोनो विभाग के अधिकारियों की तत्काल एसीबी व विजिलेंस जांच की मांग की है जिससे ऐसे लापरवाह एवम भ्रष्ट अधिकारियों को सबक मिले।
अब यह हम दिल्ली की समझदार जनता पर ही छोड़ते है की वोही बताए की यह अधिकारी सिर्फ लापरवाह ही है या भ्रष्ट भी और अधिकारी, केंद्र व राज्य सरकार की तानाकशी का फायदा उठा रहे है, बंदर बाट वाली कहानी तो आपको याद ही होगी (जिसमे दो बिल्लियों की लड़ाई में सियाना बंदर रोटी ले गया).