‘लगातार गर्मी से असहज हो रहे लोग,सुख रहे ‘तुलसी’ के पौधे

 फूल भी सुख रहे

 इंसान से पशु-पक्षियों में भी असहज स्थिति

दीपक कुमार तिवारी

मुजफ्फरपुर।लगातार भीषण गर्मी के बीच जनजीवन अस्त हो अस्त व्यस्त हो गया है। इंसान से जानवर तक परेशान होने लगे हैं। धरा सूख गई हैं। पेड़ पौधे भी सूखने लगे हैं। यहां तक की तुलसी के पौधे भी सूख रहे हैं। कई जगहों पर तुलसी मुरझाए हुए है,जबकि तुलसी के बारे में लोगों में मान्यता है कि तुलसी जल्दी नहीं सूखती है। यदा-कदा हीं सूखती है।जड़ों में हल्की नमी पर भी तुलसी का हरा रहना सम्भव है।

लगातार भीषण गर्मियों एवं धरा में नमी की कमियों की वजह से तुलसी के पौधे धड़ल्ले से सुख रहे हैं। सामान्य कामकाजों में भी असर पड़ने लगा है।प्राइवेट कोचिंग-स्कूल जाने-आने वाले बच्चे बीमार पड़ रहे हैं। सुबह 8 बजे के बाद से शाम के 5 बजे तक लोग बेहद जरूरी की स्थिति में ही घर से बाहर निकल रहे हैं। नमी की कमी की वजह से फूलों के पेड़ पौधे भी सूख गए हैं।

सकरीमन गांव में कृष्ण कुमार तिवारी ने बताया कि उनके दरवाजे पर तुलसी के कई पौधे और अड़हुल,गेंदा आदि फूलों के कई पेड़-पौधे भी सूख गए हैं।जबकि यह नमीदार फूल-पौधे होते हैं। उन्होंने बताया कि तुलसी और अपराजिता के पौधे जल्दी नहीं सूखते हैं, जबकि लगातार धूप और गर्मी की वजह से नमी की कमी हो गई और पौधे सूख गए हैं।

जबकि सुबह-शाम वे मोटर-पाइप से इसमें पानी भी पटाते रहते हैं। गृहणी मिथलेश देवी ने बताया कि उनके छतदार घर में रखे मनी प्लांट के पौधे भी जड़ में पानी रहते हुए भी झुलसकर सूख गए हैं। गर्मी की वजह से छतदार घर के अंदर रहना मुश्किल होता है।ऊपर से कई बार चलते या सीलिंग फैन के गर्म हवाओं को सहना कठिन है। गर्मी की वजह से दिन के समय में उबाल सा लगता है।

इलाके में ग्रामीणों ने बताया कि छतों पर रखे वाटर टैंकों का पानी भी उबला जैसा काफी गर्म रहता है।जिसे पीना दिन क्या रात में भी मुश्किल होता है। उषा ठाकुर ,शालिनी तिवारी,रानी कुमारी,अभिलाषा देवी,बिंदुला देवी सहित कई महिलाओं ने बताया कि छोटे-छोटे बच्चे भी गर्मियों के मारे हांफते रहते हैं। ऐसे में जल्द मौसम में बदलाव और बारिश की दरकार है।

लगातार तन-मन को झुलसाती और बेचैन करती गर्मी की वजह से लोगों में असहज स्थिति बनी रहती है। लगातार गर्मी और प्यास की वजह से क्षेत्र में कई पालतू पक्षियों तोता एवं कबूतर आदि के भी मूर्छित या मरने आदि की खबर है।जंगली जानवरों में भी गर्मी ने तबाही बढ़ा रखी है।दिन-रात पानी गर्म रहने से जलीय जानवर भी संकट में हैं।

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