इंडिगो विमान में पायलट के साथ बदसलूकी का एक मामला सामने आया है। मामला रविवार 14 जनवरी की शाम का हैं खराब मौसम के कारण सभी फ्लाइट देरी से उड़ रही हैं जिसके कारण उड़ान में 13 घंटे की देरी से नाराज एक पैसेंजर ने पायलट को थप्पड़ मार दिया। मारपीट का एक वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। ये पूरा मामला उस वक्त हुआ, जब पायलट विमान में देरी के संबंध में जानकारी दे रहे थे। इसी बीच एक पैसेंजर अपनी सीट से उठकर आगे जाकर पायलट के साथ मारपीट करने लगा। इस मामले को ले कर पुलिस ने बयान देते हुए बोला हैं कि शिकायत मिली है। इस पर एक्शन लिया जाएगा।
आरोपी पैसेंजर सीट से उठकर पायलट के पास गया और थप्पड़ मारने के बाद कहा- अगर फ्लाइट नहीं उड़ा रहा तो गेट खोल दे।
जिसके बाद यह पूरा मामला सामने आया था। इस पर लोगो का साफ़ कहना हैं कि ऐसे लोगो को नो-फ्लाई सूची में डाल देना चाहिए। साथ ही साथ उन्होंने बोला कि पायलट या केबिन क्रू को देरी से क्या लेना-देना है? वे बस अपना काम कर रहे थे। सोशल मीडिया पर जब से यह वीडियो वायरल हो रहा हैं तब से काफी लोग इस पर अपनी राय दे चुके है। काफी लोगो का कहना हैं कि इस पर सख्त से सख्त कार्रवाई होना चाहिए। और फोटो को पब्लिश करे ताकि लोगों को सार्वजनिक रूप से उसके बुरे स्वभाव के बारे में पता चले।
वही बात करे कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने X पर लिखा- सोशल मीडिया उन नाराज यात्रियों की शिकायतों से भरा पड़ा है, जो घंटों तक विमानों, एयरपोर्ट और यहां तक कि एयरोब्रिज के अंदर फंसे हुए हैं। अत्यधिक देरी, खराब कस्टमर सर्विस और एयरलाइंस की गैर-जिम्मेदारी यात्रियों को परेशान कर रही है। वे सिर्फ असहाय होकर @DGCAIndia और उड्डयन मंत्री को टैग कर रहे है, लेकिन मंत्री, मंत्रालय और मीडिया ने चुप्पी साध रखी है। अगर कांग्रेस सरकार में होती तो इस स्थिति में 24×7 नॉन-स्टॉप मीडिया कवरेज होती।
जानकारी के मुताबिक इंडिगो की फ्लाइट संख्या 6E-2175 को सुबह 7.40 बजे दिल्ली से गोवा के लिए उड़ान भरनी थी। दिल्ली में घने कोहरे की वजह से उड़ान में लगातार देरी होती रही। सुबह से दोपहर तक फ्लाइट में देरी का शेड्यूल अनाउंस होता रहा।
इसके अलावा मीडिया रिपोर्ट्स में यही भी कहा गया कि फ्लाइट में कुछ देरी पायलट की अदला-बदली के चलते भी हुई। दरअसल उड़ानों में फ्लाइट्स ड्यूटी टाइम लिमिटेशंस (FDTL) का नियम लागू होता है, यानी एक तय वक्त के बाद पायलटों को फ्लाइट उड़ाने की इजाजत नहीं होती।