ऋषि तिवारी
नई दिल्ली। अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ एवं नेशनल मीडिया नेटवर्क के राष्ट्रीय महासचिव डॉ.दयानंद वत्स ने आज उत्तर पश्चिमी दिल्ली स्थित संघ के मुख्यालय बरवाला में ने महान फिल्मकार स्वर्गीय श्री यश चोपडा की 92वीं जयंती पर उनके करोड़ों प्रशंसकों की ओर से अपने श्रद्धासुमन अर्पित किए।वत्स ने कहा कि स्वर्गीय यश चोपड़ा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विश्व विख्यात फिल्म निर्माता, निर्देशक थे। राजधानी दिल्ली में मैं उन सौभाग्यशाली लोगों में से एक हूं जिन्हें श्री यश चोपडा जी का स्नेह और.सान्निध्य प्राप्त हुआ। 1992 में मैने नेशनल मीडिया नेटवर्क समाचारपत्र की स्थापना की ओर संस्थापक प्रधान संपादक के रुप में एक वर्ष उपरांत प्रथम नेशनल मीडिया नेटवर्क अवार्ड्स की स्थापना की। विभिन्न क्षेत्रों में सराहनीय सेवाएं प्रदान करने वाले गणमान्य लोगों को सम्मानित करने के उद्देश्य से इसकी स्थापना की गई।
1993 में यश चोपडा निर्देशित फिल्म डर को सर्वश्रेष्ठ फिल्म और यश चोपड़ा जी को सर्वश्रेष्ठ निर्देशक के प्रथम नेशनल मीडिया नेटवर्क फिल्म अवार्ड के लिए चुना गया। 28अगस्त,1994 के दिन नई दिल्ली के कॉंस्टीट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया में मैने पहले नेशनल मीडिया नेटवर्क सम्मान समारोह का सफल भव्य आयोजन किया। तत्कालीन सांसद जय प्रकाश अग्रवाल ने अपने कर कमलों से माननीय यश चोपड़ा जी को प्रथम नेशनल मीडिया नेटवर्क फिल्म अवार्ड से सम्मानित किया था। तदुपरांत यश जी ने अपने कर कमलों से दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों , अपराध संवाददाताओं, फिल्म समीक्षकों को सम्मानित किया।
प्रथम नेशनल मीडिया नेटवर्क अवार्ड से सम्मानित किए गये प्रमुख गणमान्य लोगों में तत्कालीन डीसीपी, साउथ, श्री आलोक कुमार वर्मा, बाद में सीबीआई के निदेशक ओर पूर्व में दिल्ली के कमिश्नर ऑफ पुलिस भी रह चुके हैं, श्री कर्नल सिंह जी, तत्कालीन डीसीपी, नॉर्थ ओर बाद में में ई.डी के निदेशक रहे ।फिल्म समीक्षक श्री बच्चन श्रीवास्तव, श्री निर्मलेंदु साहा, श्री रवि रंजन पांडे, श्री चंद्रमोहन शर्मा, फिल्म पीआरओ श्री ओमप्रकाश कत्याल, फिल्म वितरक श्री ललित कोठारी, अपराध संवाददाता श्री ललित वत्स, श्री अनिल शर्मा ओर अनेकों गणमान्य लोगों ने समारोह में पधारकर हमें गौरवान्वित और प्रोत्साहित किया।
अपने संबोधन में श्री वत्स ने कहा कि पद्म भूषण और दादा साहेब फाल्के पुरस्कार से अलंकृत श्री यश चोपड़ा बेहद विनम्र और सहृदय फिल्म निर्माता, निर्देशक थे। उनकी फिल्मों में रोमांस भरा रहता था। वे रोमांस के बेताब बादशाह थे। धूल का फूल, धर्मपुत्र, वक्त, दाग, दीवार, चांदनी, लमहे, त्रिशूल, शक्ति, सिलसिला, दिल तो पागल है, वीर जारा से जब तक है जान तक उनका पांच दशकों का सफर बेहद खूबसूरत रहा। अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ ने श्री यश चोपड़ा को 28 अगस्त 1994 को उनकी 1993 में रिलीज फिल्म डर के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म और सर्वश्रेष्ठ निर्देशक का प्रथम नेशनल मीडिया नेटवर्क फिल्म अवार्ड से नई दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में आयोजित समारोह में सम्मानित किया था। स्वर्गीय यश चोपड़ा ने फिल्म उद्योग को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर स्थापित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनका यशराज फिल्मस बैनर आज देश की प्रतिष्ठित फिल्म निर्माण कंपनी है।
अखिल भारतीय स्वतंत्र पत्रकार एवं लेखक संघ द्वारा कांंस्टीट्यूशन क्लब, नई दिल्ली में 28 अगस्त 1994 को आयोजित समारोह में विख्यात फिल्मकार श्री यश चोपड़ा को उनकी 1993 में रिलीज फिल्म डर के लिए सर्वश्रेष्ठ फिल्म व सर्वश्रेष्ठ फिल्म निर्देशक का प्रथम नेशनल मीडिया नेटवर्क फिल्म अवार्ड से सम्मानित करते सांसद श्री जे.पी अग्रवाल और नेशनल मीडिया नेटवर्क के अध्यक्ष डॉ.दयानंद वत्स. आदि।