केवल ज्ञान कल्याणक महोत्सव के आखिरी दिन नौलखा मंदिर परिसर में निकली बरघोड़ा शोभायात्रा

राजगीर। जैन धर्म के बीसवें तीर्थकर भगवान श्री मुनिसुव्रत स्वामी जी के केवलज्ञान कल्याणक महोत्सव के अन्तिम दिन भगवान की बरघोड़ा शोभायात्रा नौलखा मन्दिर परिसर में निकाली गई। इसमें सभी श्रद्धालु ढोल नगाड़े की आवाज पर नाचते गाते शामिल हुये। इस अवसर पर मन्दिर जी में कषाय निवारण पूजा का भव्य आयोजन किया गया। इस पूजा में मुंबई सहित कई राज्यों से पधारे श्रद्धालु शामिल हुये। इस अवसर पर समीर भाई महेता ने कहा कि जैन धर्म का शास्वत मंत्र नवकार है। जिसकी आराधना करने से मनुष्य को काफी लाभ होता है।

वह अपने जीवन का कल्याण कर सकता है। राजगीर तीर्थाधिपति भगवान मुनिसुव्रत स्वामी की चार कल्याणक की पावन भूमि पर यह आयोजन उल्लेखनीय है। मुंबई के कोमल भाई मेहता ने कहा की राजगीर नगरी में ऐसा आकर्षण है कि यहाँ भगवान मुनिसुब्रत स्वामी के साथ जैन धर्म के कई तीर्थंकरों के चरण पडे हैं। उन्होनें इस नगरी में काफी विचरण किया है। यहां का कण-कण पवित्र है। संस्था के ट्रस्ट रणवीर कुमार जैन ने कहा कि हमलोग अपने आप को भाग्यशाली समझते हैं कि हमारा जन्म बिहार में हुआ है जो जैन धर्म के कई तीर्थकरों की कर्मभूमि तथा निर्वाण भूमि रही है। विभिन्न प्रदेशो से जो तीर्थयात्री इस अवसर पर पधारे हैं हम उनकी अनुमोदना करते है वे लोग प्रत्येक वर्ष इसी तरह कल्याणक पूजा में शामिल हो। संस्था के सहायक प्रबंधक ज्ञानेन्द्र पाण्डेय ने कहा कि राजगीर ही ऐसी नगरी है जहाँ कई धर्मों का समावेश एक साथ हुआ है। इस तरह का आयोजन राजगीर नगरी में होने से यहीं एक नई उर्जा का संचालन होता है। राजगीर के कण कण में प्रभु विराजमान है। इन कार्यकमों में काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुये जिनमें दीपक भाई छेड़ा, सुभाष बोथरा, समीर मेहता, जिमी मेहता, प्रभुलाल संघवी, परेश संघवी, हनीष संघवी, भुपेन्द्र भाई, दीपेश भाई, राजु भाई, विजय भाई, नीलेश भाई, डा जयनन्दन पाण्डेय, रामकृष्ण प्रसाद सिंह, ज्ञानचन्द जैन, पारस शाह, ललीत शाह, कोमल मेहता, निपुन मेहता, रमेशचन्द भूरा, सुशील कुमार जैन, मिहीर माई, गुणवंती बेन, मधु बेन, नमीता जैन, गीता बेन, प्रिया बेन, वैशाली बेन, प्रेमलता बेन, पुनम बेन, सुखराज जैन, जयन्ती भाई मेहता, प्रियंका जैन्, भाविन मेहता, भावना मेहता, पूर्णीमा जैन, रेखा जैन, कंचन जैन, रूपा जैन्, सुधीर कुमार उपाध्याय, दीपीका जैन, रितिका जैन्, परी जैन, ब्रह्मदेव उपाध्याय, उपेन्द्र कुमार विभुति, विजय कुमार उपाध्याय, नमीता मेहता, संस्था के कैशियर संजीव कुमार जैन, सतेन्द्र कुमार, डॉ गणेश शंकर पाण्डेय सहित काफी संख्या में स्थानीय श्रद्धालु भी कार्यक्रम में शामिल हुए हैं।

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