सहारा के चेयरमैन सुब्रत राय की यह नीति रही है कि निवेशकों से पैसा लेते रहे पर दो मत। ऐसे ही उन्होंने सेबी के साथ भी किया। सुब्रत राय सेबी को पैसा देने के बजाय उल्टे उन पर देनदारी बताने लगे। इसके लिए उन्होंने अखबारों में विज्ञापन भी जारी कर दिया। विज्ञापन जारी करने की वजह से मामला और बिगड़ता गया।