नई दिल्ली, भारत ने अब तक क्षेत्रीय संपर्क योजना ‘उड़े देश का आम नागरिक’ या आरसीएस-उड़ान के तहत 395 हवाई मार्गो का संचालन किया है। साल 2016 में लॉन्च की गई इस योजना के तहत किरायों को वहनीय और सुलभ रखने के लिए एयरलाइनों को ‘वायबिलिटी गैप फंडिंग’ प्रदान की जाती है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने शनिवार को एक बयान में कहा, “उड़ान योजना के तहत अब तक छह हेलीपोर्ट और दो वाटर एयरोड्रोम सहित 395 मार्गो और 63 हवाईअड्डों का संचालन किया जा चुका है।”
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर हवाईअड्डे पर घरेलू उड़ान संचालन के एक दिन बाद यह बयान आया है। आरसीएस-उड़ान के तहत दिल्ली और कुशीनगर के बीच उड़ान शुरू हो गई है।
बयान में कहा गया है, “इस मार्ग पर उड़ान संचालन की शुरुआत नागरिक उड्डयन मंत्रालय और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) की प्रतिबद्धता और दृढ़ता के अनुरूप है, ताकि देश को उड़ान योजना के तहत बेहतर हवाई संपर्क के साथ सक्षम बनाया जा सके।”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 अक्टूबर, 2021 को कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे का उद्घाटन किया था।
कुशीनगर एक अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध तीर्थस्थल है।
बयान में कहा गया है, “कुशीनगर हवाईअड्डे के संचालन से यह क्षेत्र सीधे राष्ट्रीय और वैश्विक आगंतुकों और तीर्थयात्रियों से जुड़ जाएगा।”
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने उत्तर प्रदेश सरकार के सहयोग से 260 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से कुशीनगर हवाईअड्डे को एक नए टर्मिनल भवन के साथ विकसित किया है।
नया टर्मिनल व्यस्त समय के दौरान 300 यात्रियों को संभालने की क्षमता रखता है। स्पाइसजेट को आरसीएस-उड़ान 4.0 के तहत कुशीनगर-दिल्ली मार्ग पर विमान संचालन की जिम्मेदारी दी गई है।