
सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने कहा – वीरांगनाओं का जोश नहीं था प्रभावित महिलाओं में
चंडीगढ़। हरियाणा के बीजेपी राज्यसभा सांसद रामचंद्र जांगड़ा ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर विवादित बयान दिया है। भिवानी में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि हमले में मारे गए पर्यटकों और प्रभावित महिलाओं में “वीरांगना का भाव व जोश” नहीं था, जिसके कारण 26 लोग गोली का शिकार बने।
उन्होंने दावा किया कि यदि लोग प्रधानमंत्री की योजना के तहत प्रशिक्षण लेकर आतंकियों का सामना करते, तो इतनी मौतें नहीं होतीं। जांगड़ा ने यह भी कहा कि पर्यटक “हाथ जोड़कर” मारे गए। इस बयान की विपक्ष और कई संगठनों ने कड़ी आलोचना की। इसे पीड़ितों का अपमान बताते हुए कार्रवाई की मांग की। इसके अतिरिक्त, जांगड़ा ने उसी कार्यक्रम में महात्मा गांधी को लेकर भी विवादित टिप्पणी की, जिसने और विवाद खड़ा किया। बयान पर सियासी घमासान मचा, और इसे असंवेदनशील करार दिया गया।
रामचद्र जांगड़ा के इस बयान के बाद अब प्रश्न उठता है कि क्या रामचद्र जांगड़ा ने आतंकियों से लड़ने का प्रशिक्षण ले रखा है। अपने परिवार को प्रशिक्षण दिलवा रखा है। मतलब बीजेपी नेता कुछ भी बोल देते हैं। प्रधानमंत्री क्यों नहीं स्कूलों में सभी विद्यार्थियों के लिए मिल्ट्री प्रशिक्षण जरुरी क्यों नहीं करा देते हैं।