द न्यूज 15
नई दिल्ली/लखनऊ। फिर से सत्ता में काबिज होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बहाबलियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। योगी आदित्यनाथ अपनी छवि यह बनाने चाहते हैं कि उनके राज में कोई अपराधी मुंह नहीं मार पाएगा। इस बार उनके निशाने पर भदोही के नेता विजय मिश्र आये हैं। पुलिस ने विजय मिश्र के साथ ही उनके आठ करीबियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत मामला दर्ज कराया है। दरअसल पुलिस ने विजय मिश्रा के खिलाफ गैंग डी 12 पंजीकृत कर रखा है और अब गैंगस्टर का मामला भी दर्ज कर लिया है।पुलिस के इस एक्शन बाद विजय मिश्रा की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। विजय मिश्रा पर कार्रवाई के बारे में जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि संगठित अपराध को अंजाम देने वाले माने जाने वाले गैंग लीडर विजय मिश्रा समेत उनके बेटे विष्णु मिश्रा, भतीजे ब्लाक प्रमुख मनीष मिश्रा और नाती विकास मिश्रा पर कार्रवाई की गई है।
पुलिस ने बताया कि विजय मिश्रा उनके करीबी हनुमान सेवक पांडे, सतीश मिश्रा, गिरधारी प्रसाद पाठक और सुरेश केसरवानी पर भी गोपीगंज कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है। एसपी डॉ. अनिल कुमार गैंग ने बताया है कि गैंग के सदस्यों के आपराधिक पृष्ठभूमि, अपराध क्षेत्र में उनकी सक्रियता व सतत निगरानी के दृष्टिगत उनके खिलाफ अंतर्जनपदीय गैंग (डी-12) पंजीकृत किया गया है। इसके अलावा न्यायिक हिरासत में चल रहे विजय मिश्रा के बेटे विष्णु मिश्रा इस समय आपराधिक मामलों के कारण फरार हैं। पुलिस ने उन पर इनाम भी रखा है। इस वक्त विजय मिश्रा, वाराणसी की युवती से दुष्कर्म, रिश्तेदार का मकान व फर्म कब्जा करने के मामले में आगरा जेल में बंद है। विजय मिश्रा के खिलाफ भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं।
दरअसल विजय मिश्रा लगातार चार बार से विधायक हैं। गत विधानसभा चुनाव में भी वह प्रगतिशील मानव समाज पार्टी के टिकट पर चुनाव मैदान में थे। हालांकि चुनाव हार गए। जेल में बंद होने के कारण वह चुनाव प्रचार नहीं कर सके थे, जिसके चलते उनकी पत्नी और दोनों बेटियों ने प्रचार किया था।