पटना। दीपक कुमार तिवारी।
बिहार विधानसभा के बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और राजद (आरजेडी) पर जमकर निशाना साधा। नीतीश ने तेजस्वी को “बच्चा” बताते हुए कहा कि “इन्हें कुछ पता नहीं, इनके पिता लालू प्रसाद यादव को भी हमने ही मुख्यमंत्री बनाया था।”
राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने राजद के शासनकाल (लालू-राबड़ी राज) की याद दिलाई और विपक्षी दलों पर तीखे हमले किए। इस दौरान तेजस्वी यादव और विपक्षी सदस्यों से तीखी नोकझोंक भी हुई, जिससे सदन का माहौल गर्मा गया।
“2005 से पहले बिहार में शाम के बाद कोई बाहर नहीं निकलता था”
मुख्यमंत्री ने अपने भाषण में बिहार की 2005 से पहले की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए कहा,
“हम केंद्र में मंत्री थे, सांसद थे, अपने इलाके में जाते थे तो पैदल ही जाना पड़ता था। समाज में बहुत विवाद होता था, हिंदू-मुस्लिम झगड़े आम थे।”
उन्होंने कहा कि राजद शासन में बिजली की स्थिति बदहाल थी। उन्होंने आरजेडी पर मुस्लिम वोट बैंक की राजनीति का आरोप लगाते हुए कहा,
“यह लोग मुसलमानों का वोट लेते हैं, लेकिन उनके लिए कुछ नहीं किया। हमने सत्ता में आते ही 2006 में कब्रिस्तान की घेराबंदी करवाई, तभी से राज्य में हिंदू-मुस्लिम दंगे नहीं हुए।”
“हमने बिहार बदला, आरजेडी ने सिर्फ सत्ता का मजा लिया”
नीतीश कुमार ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए बताया कि शिक्षा के क्षेत्र में बड़ा सुधार उनकी सरकार ने किया है।
2005 में सत्ता में आने के बाद नियोजित शिक्षकों की बहाली की गई।
2023 में दो चरणों में 2.17 लाख नए शिक्षक भर्ती हुए।
28 हजार नियोजित शिक्षकों ने बीपीएससी परीक्षा पास कर स्थायी नौकरी पाई।
2.53 लाख शिक्षक सक्षमता परीक्षा में पास हुए।
तेजस्वी ने टोका तो भड़क उठे नीतीश:
जब तेजस्वी यादव ने महागठबंधन सरकार के दौरान शिक्षकों की बहाली का श्रेय लेने की कोशिश की, तो नीतीश कुमार गुस्से में आ गए और बोले—
“आप लोगों ने कुछ नहीं किया, सब काम हमने किया है। एक बार साथ लिए तो हरा दिया, दूसरी बार भी गड़बड़ किया और फिर हरा दिया।”
“लालू को हमने ही मुख्यमंत्री बनाया था”
नीतीश ने तेजस्वी यादव को घेरते हुए कहा,
“तुम्हारे पिता को भी हमने ही मुख्यमंत्री बनाया था। तुम्हारी जाति के लोग भी विरोध कर रहे थे कि क्यों बना दिया। लालू यादव पिछड़ा और अति पिछड़ा को खत्म कर सिर्फ पिछड़ा वर्ग करना चाहते थे, जिसका हमने विरोध किया और अलग हो गए।”
सदन में हंगामा, विपक्ष ने किया वॉकआउट:
नीतीश के बयान पर विपक्षी सदस्य भड़क उठे और हंगामा करने लगे। स्पीकर ने शांत रहने को कहा, लेकिन विपक्षी विधायक नहीं माने और सदन का बायकॉट कर दिया।
मुख्यमंत्री ने विपक्ष के हंगामे के बीच ही अपना भाषण जारी रखते हुए दावा किया कि—
“हमारी सरकार ने हर घर नल का जल, हर घर शौचालय, हर घर बिजली पहुंचाने का काम किया। 2025 के चुनाव में इन्हें (विपक्ष को) कुछ नहीं मिलेगा।”