पटना :- पटना में एनडीए के घटक दलों की एक महत्वपूर्ण बैठक में यह निर्णय लिया गया कि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार नीतीश कुमार होंगे। इस बैठक में एनडीए ने 220+ सीट जीतने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा और इसकी तैयारी आज से विधिवत प्रारंभ कर दी गई है।
बैठक की मुख्य बातें
बैठक में जदयू, भाजपा, लोजपा (रामविलास), उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी और जीतन राम मांझी की हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने भाग लिया। हालांकि, इस बैठक में पशुपति कुमार पारस को निमंत्रण नहीं दिया गया था, जो एक अहम राजनीतिक संकेत हो सकता है।
रणनीति और तैयारी
एनडीए के घटक दलों ने अपने-अपने क्षेत्रों में आगामी चुनाव की तैयारियों पर काम शुरू कर दिया है। सभी दलों ने मिलकर एक संयुक्त रणनीति बनाने का निर्णय लिया है, जिसमें ग्रासरूट स्तर पर काम करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। पार्टी कार्यकर्ताओं को सक्रिय करने, बूथ स्तर पर मजबूती बनाने और जनता से सीधे संवाद करने की योजना बनाई गई है।
नीतीश कुमार का नेतृत्व
नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए ने पिछले चुनावों में भी सफलता प्राप्त की थी। उनका राजनीतिक अनुभव और प्रशासनिक क्षमता एनडीए के लिए एक मजबूत पक्ष साबित होती है। बैठक में शामिल नेताओं ने उनके नेतृत्व पर विश्वास जताया और कहा कि उनके मार्गदर्शन में एनडीए एक बार फिर से बिहार में मजबूत वापसी करेगी।
गठबंधन के मुद्दे
बैठक में गठबंधन के सभी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। सभी घटक दलों ने एकजुट होकर चुनाव लड़ने और सभी चुनौतियों का सामना करने का संकल्प लिया। सभी दलों के नेताओं ने आपसी समन्वय और सहयोग पर जोर दिया, ताकि कोई भी दल अलग-थलग न पड़े और मिलकर चुनावी सफलता प्राप्त की जा सके।
इस बैठक के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार ही एनडीए के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। एनडीए ने अपने लक्ष्य को स्पष्ट करते हुए 220+ सीटों पर जीत हासिल करने का संकल्प लिया है और इसकी तैयारी आज से ही शुरू हो गई है। आगामी चुनावों में एनडीए की रणनीति और नीतीश कुमार का नेतृत्व ही यह तय करेगा कि वे इस महत्वाकांक्षी लक्ष्य को कितनी सफलता से प्राप्त कर पाते हैं।