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अगला नंबर राघव चड्ढा का ?

सोशल मीडिया पर राघव चड्ढा को लेकर एक बड़ी खबर वायरल हो रही है। इस खबर में दावा किया जा रहा है कि राघव चड्ढा अपनी आंख के इलाज का बहाना बनाकर विदेश गए थे। वहां पर वह देश विरोधी ताकतों से मिले हैं। इस खबर में दावा किया जा रहा है कि इस बात की भनक NIA को लग चुकी है और वो राघव के भारत लौटने का इंतजार किया जा रहा है। इस खबर के अनुसार AAP सांसद राघव चड्ढा ब्रिटेन की जेल में बंद आतंकवादी टाईगर हनीफ से मिले हैं। इस मुलाकात की खबर को लेकर भारतीय एजेंसियां जांच में जुट गई हैं कि आखिर इस मुलाकात का मकस क्या था ?

दरअसल केजरीवाल की गिरफ्तारी के बीच सबसे मुखर रहने वाले आप नेता राघव चड्ढा के चुप्पी पर भी लोग चर्चा कर रहे थे। लोगों के दिमाग में यह प्रश्न कौंध रहा था कि केजरीवाल के सबसे करीबी माने जाने वाले राघव चड्ढा आखिर कहां हैं और चुप क्यों हैं ?
दरअसल 59 साल के हनीफ को ब्रिटेन में ही 2010 में गिरफ्तार किया गया था। भारतीय खुफिया एजेंसियों की जानकारी पर वहां की पुलिस ने यह कार्रवाई की थी। भारतीय अधिकारियों ने उसका प्रत्यर्पण वारंट भी हासिल किया था। टाइगर ने इसे कोर्ट में चुनौती दी थी। अप्रैल 2013 में ब्रिटेन की हाईकोर्ट ने उसकी अपील खारिज कर दी थी। इसके बाद उसके मामले को ब्रिटेन के गृह सचिव के पास भेज दिया गया था। हालांकि, कई साल तक यह मामला चलने के बाद ब्रिटेन के गृह सचिव (2018-19) साजिद जावेद ने उसे भारत प्रत्यर्पित करने से इनकार कर दिया। टाइगर हनीफ को हनीफ मोहम्मद उमेर जी के नाम से भी जाना जाता है।

जानकारी के अनुसार हनीफ गुजरात में 1993 में हुए बम धमाके के आरोपी इकबाल मिर्ची से भी जुड़ा है। उसने सूरत के एक व्यस्त बाजार में हुए बम धमाके की योजना बनाई थी। इसमें एक आठ साल की बच्ची की मौत हुई थी। 1992 में बाबरी मस्जिद ढहाने का बदला लेने के लिए सूरत रेलवे स्टेशन पर हुए बम धमाकों में भी आरोपी है। इसमें दस से ज्यादा लोग घायल हुए थे।

इस वायरल खबर के अनुसार अमेरिका की CIA + पाकिस्तान की ISI मिलकर AAP पार्टी के माध्यम से लोकसभा चुनावों में मोदी को हराने के लिए देश में दंगे फसाद करा सकती है।
इस खबर में दावा किया गया है कि राघव चड्ढा की भूमिका की जांच की जा रही है। शीघ्र ही इस पर एजेंसियां खुलासा कर सकती हैं। इस खबर में दावा यह किया गया है कि राघव चड्ढा  AAP पार्टी के बनाए वर्ल्ड क्लास हॉस्पिटल को छोड़कर आखिर आंख का इलाज कराने  लंदन क्यों गए हैं ?इस खबर का दावा है कि राघव वहां खालिस्तानी समर्थक सांसद  प्रीत कौर गिल से मिले थे।

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