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नालंदा एक नाम नहीं बल्कि गौरव है, सत्य का उद्घोष है : मोदी

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पीएम बोले : मेरा मिशन है, भारत की पहचान फिर से उभरे

 

दीपक कुमार तिवारी
पटना । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज बिहार दौरे पर हैं। आज वे राजगीर पहुंचे जहां नालंदा विश्वविद्यालय के खंडहरों का अवलोकन किया। इसके बाद नालंदा विश्वविद्यालय के नवनिर्मित परिसर का उद्घाटन किया।

इस मौके पर विदेश मंत्री एस.जयशंकर ,बिहार के राज्यपाल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व अन्य मंत्री मौजूद रहे। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि शपथ ग्रहण के दस दिनों के भीतर ही नालंदा आने का मौका मिला है। नालंदा एक नाम नहीं बल्कि गौरव है,सत्य का उद्घोष है।

दुनिया की दृष्टि भारत पर है, युवाओं पर है। दुनिया इस देश के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलना चाहती है। भारत कहता है कि वन फैमली वन फ्यूचर तो दुनिया साथ में खड़ा होता है। भारत के आह्वान को दुनिया स्वीकार करती है। नालंदा के विद्यार्थियों का दायित्व और ज्यादा है। आप भारत और विश्व के भविष्य हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि नीतीश जी ने सरकार की तरफ से पूरी मदद का आह्वान किया है, इसके लिए हम उन्हें बधाई देते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय भारत के सामर्थ्य का परिचय देगा।नालंदा केवल भारत के अतीत का पुनर्जागरण नहीं है, इसमें विश्व और एशिया के कितने ही देश की विरासत जुड़ी हुई है। विश्वविद्यालय कैंपस के उद्घाटन समारोह में इतने देश का उपस्थित रहना यह अपने आप में अभूतपूर्व है।

नालंदा विश्वविद्यालय के पुनर्निर्माण में मेरे साथी देश की भागीदारी रही है। मैं इस अवसर पर भारत के सभी मित्र देशों का अभिनंदन करता हूं। मैं बिहार के लोगों को भी बधाई देता हूं। बिहार अपने गौरव को वापस लाने के लिए जिस तरह विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है, नालंदा का यह कैंपस उसी की एक प्रेरणा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि नालंदा कभी भारत की परंपरा और पहचान का जीवंत केंद्र हुआ करता था। नालंदा का अर्थ है,” जहां शिक्षा के ज्ञान के दान का अविरल प्रवाह हो” शिक्षा को लेकर यही भारत की सोच रही है। शिक्षा सीमाओं से परे है। नफा नुकसान के नजरिए से भी परे है, शिक्षा ही हमें विचार देती है। प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय में बच्चों का नामांकन उनकी पहचान और राष्ट्रीयता को देखकर नहीं होता था। हर देश के युवा यहां आते थे।

अब इस नए कैंपस में इस प्राचीन व्यवस्था को आधुनिक रूप में मजबूती देनी है। मुझे यह देखकर खुशी हो रही है की दुनिया के कई देशों के स्टूडेंट आने लगे हैं। नालंदा में 20 से ज्यादा देशों के छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। आने वाले समय में नालंदा विश्वविद्यालय कल्चरल एक्सचेंज का एक प्रमुख केंद्र बनेगी। भारत में शिक्षा मानवता के लिए योगदान का एक माध्यम मानी जाती है।

21 जून को योगा डे है। आज पूरा विश्व योग को अपना रहा है। योग दिवस एक वैश्विक उत्सव बन गया है। हमने अपने आयुर्वेद को भी विश्व के साथ साझा किया है।आयुर्वेद को आज स्वस्थ्य जीवन के रूप में देखा जाने लगा है। हम प्रगति और पर्यावरण को एक साथ लेकर चले हैं। भारत 2047 तक विकसित होने के लक्ष्य पर काम कर रहा है।

भारत अपने एजुकेशन सेक्टर को कायाकल्प कर रहा है। मेरा मिशन है कि भारत दुनिया के लिए शिक्षा और ज्ञान का केंद्र बने। मेरा मिशन है भारत की पहचान फिर से उभरे।

कलाई पकड़कर नीतीश कुमार ने कुछ कहा….

दरअसल, राजगीर में आज नालंदा विश्वविद्यालय के नवनिर्मित परिसर का उद्घाटन समारोह में शिरकत करने प्रधानमंत्री मोदी पहुंचे थे। उद्घाटन का कार्यक्रम चल रहा था, मंच से चांसलर अरविंद पनगढ़िया अपना संबोधन दे रहे थे। मंच पर प्रधानमंत्री की एक तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और दूसरी तरफ राज्यपाल बैठे थे।

प्रधानमंत्री मोदी सामने की ओर देख रहे थे। तभी, नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री के हाथ का निचला छोर (कलाई के समीप) पकड़ लिया और कुछ कहने लगे।इसके बाद पीएम मोदी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तरफ से मुखातिब हुए और उनके सवालों का जवाब दिया। शायद नीतीश कुमार प्रधानमंत्री ने पूछ रहे थे कि हाथ में क्या हुआ है ? जब प्रधानमंत्री ने सवाल का जवाब दिया तो नीतीश कुमार ने भी अपनी अंगुली को दिखाया और कुछ कहा।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब प्रधानमंत्री की कलाई पकड़ रहे थे, तब पीछे बैठे एसपीजी के अधिकारी चौकन्ने हो गए।

अपने मंत्रियों का सिर सटाने लगे थे नीतीश कुमार:

इससे पहले मंगलवार को बिहार विधानमंडल परिसर में उस समय सब लोग भौंचक रह गए, जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने कैबिनेट सहयोगियों के सिर को सटाने लगे थे। जयंती समारोह में बिहार कैबिनेट के जिन मंत्रियों ने तिलक लगाया था उन सभी के सिर को मुख्यमंत्री ने आपस में टकराया।

शुरूआत जेडीयू कोटे के मंत्री अशोक चौधरी और भाजपा कोटे के मंत्री प्रेम कुमार से किया। मुख्यमंत्री ने दोनों का सिर पकड़कर ललाट को सटाया।

इसके बाद आगे बढ़ते हुए अशोक चौधरी और तिलक लगाए हुए डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा के सिर को आपस में सटाया था।