चरण सिंह
बहुजन समाज पार्टी के लिए आकाश आनंद अब जरूरी हो गया है। यह बसपा मुखिया मायावती भी जानती हैं। यही वजह रही आकाश आनंद को राष्ट्रीय कोर्डिनेटर से हटाने के बाद उन पर कार्यकर्ताओं का इतना दबाव बना कि फिर से उन्होंने आकाश आनंद को सक्रिय होने को कह दिया है। यह मायावती की हरी झंडी देना ही माना जाएगा कि आकाश आनंद ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और राय बरेली से प्रत्याशी राहुल गांधी की पोस्ट का करारा जवाब दिया है। दरअसल राहुल गांधी ने इस पोस्ट में कहा था कि कांग्रेस जनता पर एहसान नहीं जताती बल्कि अधिकार देती है। भोजन का अधिकार भी यूपीए सरकार में दिया गया था। अब इंडिया गठबंधन की सरकार बनती है तो पांच किलो की जगह १० किलो अनाज दिया जाएगा। राहुल गांधी की इस पोस्ट का जवाब देतेे हुए बसपा नेता आकाश आनंद ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा कि ये लोग पहले भी जनता को गुलाम समझते थे आज भी समझते हैं। एक पांच किलो राशन देकर ढाई लाख की नौकरी खा गया तो एक दस किलो राशन देकर वोट खाना चाहता है। सावधान रहिये। आकाश आनंद का इशारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ओर था।
राहुल गांधी की पोस्ट का यह जवाब राजनीतिक हलके में चर्चा का विषय बना हुआ है। भले ही मायावती ने कुछ दिनों के लिए आकाश आनंद की रफ्तार रोक दी हो पर यह रफ्तार ज्यादा नहीं रुकने वाली है। तमाम दबाव के बावजूद आकाश आनंद ने पोस्ट लिखी है। तो क्या नये तेवर के साथ आकाश आनंद पार्टी में सक्रिय हो रहा है। क्या आकाश आनंद का राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर पद फिर से मिलेगा ? या फिर आकाश आनंद फिलहाल बिना पद के सक्रिय भूमिका निभाएंगे। लगता नहीं कि आकाश आनंद बंध कर राजनीति कर पाएंगे। हालांकि आकाश आनंद ने मायावती के एक्शन के बाद कहा था कि बहन जी आपको करोड़ों लोग पूजते हैं। आपने बहुजन समाज को बोलने की हिम्मत दी है। आपका आदेश सर आंखों पर।
दरअसल आकाश आनंद ने सीतापुर में बसपा प्रत्याशी महेंद्र यादव के पक्ष में एक रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी वालों का जूतों और चप्पलों से स्वागत करें। साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को आतंकवादियों की पार्टी तक बोल दिया था। यह सीतापुर में आकाश आनंद का दिया गया भाषण ही था कि आकाश आनंद के खिलाफ गैर जमानती धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। इस भाषण को लेकर भाजपा का दबाव ही था कि मायावती को आकाश आनंद को चुनाव से निष्क्रिय करना पड़ा। अब जब बसपा को चुनाव में नुकसान हुआ। कार्यकर्ताओं में आकाश आनंद पर लिये गये एक्शन को लेकर नाराजगी देखी गई तो बसपा ने आकाश आनंद को थोड़ा हिंट सक्रिय होने का दिया है।
दरअसल आकाश आनंद ने जिस तरह से बिजनौर के नगीना लोकसभा सीट पर चंद्रशेखर आजाद के खिलाफ इन चुनाव का प्रचार करते हुए भाषण दिया और उसके बाद लगातार उनके भाषण में धार देखी गई। बसपा युवा कार्यकर्ता आकाश आनंद को बहुत पसंद करने लगे हैं। बसपा के कार्यकर्ता आकाश आनंद में बसपा का भविष्य देखने लगे हैं। ऐसे में मायावती की समझ में भी आ गया है कि आकाश आनंद को ज्यादा दिन तक घर नहीं बैठाया जा सकता है। ऐसे में चर्चा यह भी है कि आकाश आनंद जल्द ही चुनाव प्रचार में भी उतर सकते हैं। अब देखना य होगा कि आकाश आनंद किस रूप में बसपा में सक्रिय होते हैं।