The News15

 शहर की सड़कों पर अनेक स्ट्रीट लाइट खराब, शिकायत बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई

Spread the love

राम विलास
राजगीर। पर्यटक शहर राजगीर में करीब दो साल से अधिक समय से विकास के कार्य पूरी ठप है। नगर सरकार के गठन के एक साल बाद भी एक भी परियोजना न तो हाथ में लिया गया है और न ही क्रियान्वयन हुआ है। केवल सफाई का कार्य आउटसोर्सिंग से कराया जा रहा है। शहर को स्वच्छ और सुन्दर बनाने के अलावे स्ट्रीट लाइट से सड़कों और गलियों को चकाचौंध करने के दावे किये जा रहे हैं।

लेकिन वार्डों और मुहल्ले की सड़कों व गलियों में लगे स्ट्रीट एलइडी लाइट बड़ी संख्या में डेड है। शाम ढ़लते रोशनी बिखेरने वाले स्ट्रीट एलइली लाइट रहने के बाद भी अंधेरा पसरा रहता है। स्ट्रीट लाइट खराब रहने की शिकायत शहर वासियों द्वारा करने के बाद भी जिम्मेदार लोगों द्वारा अनसुना किया जा रहा है। शहर की मुख्य सड़कों सहित सभी वार्डों में स्ट्रीट लाइट सहित एलईडी लाइट लगाई गई है।

लेकिन मानक के अनुरूप तार स्विच नहीं लगाने के चलते बड़ी संख्या में लाइट खराब हो चुकी है। जिम्मेदार कर्मियों के द्वारा इसकी जांच और डेड स्ट्रीट लाइटों को मरम्मत का कार्य जिम्मेदारी पूर्वक नहीं किया जाता है। बताया जाता है कि मरम्मत के दौरान घटिया उपकरण लगाने के कारण अनेकों स्ट्रीट लाइट नहीं जल रहे हैं।

शहर के प्रायः सभी वार्डों की सड़कों व गलियों में यह समस्या है। राजगीर – बिहारशरीफ मुख्य पथ, धर्मशाला पथ, कुंड रोड, काॅलेज रोड, छबिलापुर रोड आदि के अनेकों स्ट्रीट लाइट नहीं जल रहे हैं। नहर कोठी के समीप ट्रांसफार्मर के पास स्ट्रीट लाइट लंबे अर्से से बंद है । यही हाल पटेल चौक के दुर्गा मंदिर के सामने की है।

छबिलापुर मोड पर लगे स्टेट एलइडी लाइट की भी हालत वही है। बिहारशरीफ रोड में अनेकों स्ट्रीट लाइट महीनों से नहीं जल रहे हैं। बताया जाता है कि स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद भी जिम्मेदार लोगों द्वारा उसे जलाने की कोशिश नहीं की जा रही है।

 

 चुनाव ड्यूटी में लगाये गये शिक्षकों को प्रशिक्षण हेतु दिया गया प्रथम नियुक्ति पत्र

राजगीर। लोकसभा चुनाव में राजगीर प्रखंड के 733 शिक्षक और कर्मी ड्यूटी करेंगे। चुनाव ड्यूटी में लगाये गये शिक्षकों एवं अन्य कर्मियों को प्रशिक्षण हेतु प्रतिनियुक्त मतदान पदाधिकारियों का प्रथम नियुक्ति पत्र सोमवार को तामिला करा दिया गया है।

चुनाव ड्यूटी में लगाये गये शिक्षकों और कर्मियों का जिला स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन 24 से 27 तक अप्रैल तक होना सुनिश्चित है। प्रखण्ड के जिन शिक्षकों को चुनाव कार्य में लगाया गया है, उनमें 133 पीठासीन पदाधिकारी, 203 प्रथम मतदान पदाधिकारी, 276 द्वितीय मतदान पदाधिकारी और 121 तृतीय मतदान पदाधिकारी हैं।

प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय के बीआरपी अफरोज आलम और महेश प्रसाद सिंह गहलौत ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि चुनाव ड्यूटी में प्रतिनियुक्ति सभी शिक्षकों एवं कर्मियों को नियुक्ति पत्र की तमला करा दिया गया है।

उन्होंने बताया कि 12 ऐसे लोग हैं, जिनकी नियुक्ति पत्र वापस हो गई है। वैसे लोगों में मातृत्व अवकाश, चिकित्सा अवकाश, त्यागपत्र और निलंबन शिक्षक हैं। उनका नियुक्ति पत्र वापस लिया गया है।