नई दिल्ली। गौतम बुध नगर के किसानों पर किए जा रहे दमन, शोषण, उत्पीड़न एवं गिरफ्तारी के विरोध में आज सीटू दिल्ली एनसीआर राज्य कमेटी की पहल पर जनवादी महिला समिति, एस. एफ. आई., डी. वाई. एफ. आई., किसान सभा व सीटू के कार्यकर्ताओं ने योगी सरकार किसान दमन करना बंद करो, किसानों को विकसित 10% प्लॉट देना होगा, नए भूमि अधिकरण कानून का लाभ किसानों को देना पड़ेगा, गिरफ्तार किए गए किसानों को तुरंत रिहा करो आदि नारों के साथ जंतर मंतर नई दिल्ली पर धरना- प्रदर्शन कर प्रधानमंत्री को संबोधित ज्ञापन दिया। जिसमें मांग की गई कि गिरफ्तार किए गए और जेल भेजेंगे सभी लोगों को फौरन बिना किसी शर्त रिहा किया जाए और नेताओं से बातचीत करके समस्याओं का समाधान किया जाए, वादा किए गए 10% विकसित भूखंड की वापसी की जाए, विस्थापित किसानों को सर्किल रेट का चार गुना के बराबर मुआवजा दिया जाए और प्रभावित क्षेत्र के भूमिहीन लोगों को मुआवजा/आवासीय प्लॉट दिया जाए आदि मांगे की गई है।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए किसान सभा के राष्ट्रीय वित्त सचिव कृष्णा प्रसाद, जनवादी महिला समिति के नेता मैमूना मौला, आशा शर्मा, चंदा बेगम, जनवादी नौजवान सभा के नेता अमन, स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया के नेता अंकित, सीटू नेता अनुराग सक्सेना, वीरेंद्र गोड, गंगेश्वर दत्त शर्मा, रामसागर, राम स्वारथ, पी वी अनियन, सुनंद, ईश्वर त्यागी, हरपाल त्यागी, जेपी शुक्ला आदि ने संबोधित करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जबरन अधिग्रहण से पीड़ित प्रदर्शनकारी किसानों को गिरफ्तार करने के लिए यूपी पुलिस की कड़ी निंदा किया और उत्तर प्रदेश सरकार से डराने धमकाने की कार्रवाई बंद कर किसानों की मांगों/ समस्याओं का उचित समाधान करने का अनुरोध किया। साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि गौतम बुद्ध नगर का किसान अकेला नहीं है। मजदूर, छात्र, महिलाएं, युवा, किसानों की हक अधिकार की लड़ाई में उनके साथ है और हम जंतर मंतर पर प्रदर्शन के माध्यम से केंद्र व प्रदेश सरकार को आगाह करना चाहते हैं कि यदि दमन बंद नहीं किया गया तो पूरे देश में इस मुद्दे पर विरोध कार्रवाई तेज की जाएगी। धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता सीटू दिल्ली एनसीआर राज्य अध्यक्ष कामरेड वीरेंद्र गौड़ ने किया।