Site icon The News15

वकील की दरख्‍वास्‍त- ओम‍िक्रॉन में दम नहीं, वर्चुअल सुनवाई बंद हो, सीजेआई का जवाब- मैं झेल रहा हूं

द न्यूज 15 
नई दिल्ली । वर्चुअल सुनवाई बंद करके फिजिकल हियरिंग शुरू करने की अपील पर सीजेआई एनवी रमन्ना ने कहा कि ओमिक्रॉन एक साइलेंट किलर है। वो बीते 25 दिनों से इसे झेल रहे हैं। उनका कहना था कि पहली लहर में वो 4 दिनों में ही रिकवर कर गए थे। लेकिन इस बार ठीक होने में बहुत ज्यादा समय लग रहा है।
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने अपील की थी कि ओमिक्रॉन ज्यादा घातक नहीं है। लिहाजा सुप्रीम कोर्ट को फिजिकल मोड में मामलों की सुनवाई करनी चाहिए। उनकी दलील पर सीजेआई ने कहा कि कोरोना मामलों में 15 हजार तक का उछाल देखा जा रहा है। उनका कहना था कि ये बहुत ज्यादा घातक वायरस है। वो खुद परेशान हैं। इस पर विकास सिंह का कहना था कि योर लॉर्डशिप इस मामले में अनलकी हैं। दूसरे लोग तो बहुत जल्दी ठीक हो जा रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट फिलहाल बुधवार और शुक्रवार को फिजिकल मोड में सुनवाई कर रहा है। सोमवार और शुक्रवार को वर्चुअल हियरिंग की जा रही है। हालांकि, मंगलवार को जब इस मामले की सुनवाई की गई तब फिजिकल हियरिंग ही चल रही थी। कोरोना की लहर को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने वर्चुअल सुनवाई का फैसला किया था। फिलहाल मामले घट रहे हैं। इसी वजह से सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ने ये अपील की थी।
गौरतलब है कि 2020 में जब पहली लहर आई तो सारे देश में लॉकडाउन कर गिया गया था। उसके बाद सुप्रीम कोर्ट और दूसरी अदालतों में वर्चुअल हियरिंग का फैसला लिया गया था। कुछ समय के लिए अदालतों में फिजिकल हियरिंग शुरू हुई पर दूसरी लहर की भयावहता को देखते हुए फिर से वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए सुनवाई शुरू करा दी हई। ओमिक्रॉन के खतरे को देख फिलहाल दोनों मोड में काम हो रहा है।
उधर, ओमीक्रोन के सब-वेरिएंट ने वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमीक्रोन का सब-वेरिएंट BA.2 मूल वेरिएंट से भी ज्यादा तेजी से फैलने वाला है। स्टडी में यह बात सामने आई है कि BA.2 डेल्टा से भी खतरनाक हो सकता है। यह कोरोना की गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है।

Exit mobile version