प्रसिद्ध पत्रकार नीरजा चौधरी ने जे पी आंदोलन और बोधगया मठ के खिलाफ छात्र संघर्ष वाहिनी के ऐतिहासिक आंदोलन की विस्तार से की चर्चा
जनतंत्र समाज ( सिटीजन फॉर डेमोक्रेसी)
देश की राजधानी दिल्ली के गांधी शांति प्रतिष्ठान में जनतंत्र समाज (सी एफ डी) के राष्ट्रीय परिषद की वार्षिक बैठक 10 और 11 अगस्त को राष्ट्रीय अध्यक्ष एस आर हीरेमठ की अध्यक्षता में संपन्न हुआ । इस सभा के प्रथम सत्र में जेपी आंदोलन के सिपाही और छात्र संघर्ष वाहिनी के प्रमुख कार्यकर्ता प्रभात कुमार की पुस्तक ‘ लैंड एंड लाइफ ‘ का लोकार्पण प्रसिद्ध पत्रकार नीरजा चौधरी ने किया। इस अवसर पर नीरजा चौधरी ने जे पी आंदोलन और बौद्धगया मठ के खिलाफ छात्र संघर्ष वाहिनी के ऐतिहासिक आंदोलन की विस्तार से चर्चा की। उस आंदोलन की एक और प्रसिद्ध नेत्री मणिमाला ने भी अपने तथा अन्य महिला साथियों के संघर्ष और पुलिस दामन से संबंधित संस्मरण सुनाए। राष्ट्रीय परिषद की मीटिंग में जनतंत्र समाज के महासचिव एचडी पंचोली के द्वारा वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत किया गया ।
दूसरे सत्र में राष्ट्रीय परिषद के उपाध्यक्ष तेजिंदर सिंह आहूजा ने मोदी सरकार के द्वारा लीगल कोड में परिवर्तन पर विस्तार से अपने विचार रखे तथा इसमें परिवर्तनों पर गंभीर सवाल उठाए और इसे अत्यंत खतरनाक बताया। उन्होंने कहा कि इसका बार काउंसिल, बार एसोसिएशन तथा नागरिक संगठनों के द्वारा जोरदार विरोध होना चाहिए और इसकी वापसी की मांग होनी चाहिए । सी एफ डी ने इन तीनों लीगल कोड को वापस करने की मांग संबंधित प्रस्ताव पारित किया । इसके बाद राष्ट्रीय परिषद के सदस्य दीपक ढोलकिया द्वारा सी एफ डी के लिए प्रस्तावित मसौदे पर सदस्यों के बीच लंबी चर्चा हुई। पहले दिन के सत्र समाप्ति के पूर्व जनतंत्र समाज के अध्यक्ष ने भारत में चुनाव सुधार पर जे पी द्वारा स्थापित जस्टिस तारकुंडे कमिटी से लेकर संसद की दिनेश गोस्वामी कमिटी तथा इंद्रजीत गुप्ता कमिटी के सुझावों पर विस्तार से चर्चा की और आज के संदर्भ में चुनाव सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया।
दूसरे दिन के सत्र में चुनाव सुधार पर चर्चा की शुरुआत जनतंत्र समाज के उपाध्यक्ष रामशरण ने किया और एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स के प्रमुख प्रोफेसर जगदीप छोकर तथा जे पी फाउंडेशन के अध्यक्ष ने चर्चा में शामिल होकर चुनाव सुधार में राजनीतिक पार्टियों में आंतरिक लोकतंत्र को देश में लोकतंत्र के लिए आवश्यक बताया । चर्चा में एन डी पंचोली, कुमार शुभ मूर्ति, अरविंद अंजुम, अरविंद मूर्ति, बसंती दीघे , दीपक ढोलकिया आदि ने चुनाव सुधार संबंधित विचार रखे। सबकी राय थी कि राजनीतिक दलों में सुधार, अपराधीकरण पर रोक और कंपनियों के खर्च पर चुनाव लड़ना लोकतंत्र के लिए बहुत घातक हैं। इस पर विस्तृत विचार विमर्श करके अभियान चलाया जाए। सी एफ डी के अध्यक्ष एस आर हीरेमठ ने चुनाव और राजनीतिक सुधार के लिए नौ सदस्यीय कमिटी का गठन किया जिसमें अध्यक्ष एस आर हीरेमठ, प्रोफेसर जगदीप छोकर, प्रोफेसर आनंद कुमार, एन डी पंचोली, प्रोफेसर शशि शेखर सिंह, कुमार शुभ मूर्ति, प्रभात कुमार, अरविंद मूर्ति तथा बसंती दीघे शामिल हैं । कमेटी अपनी रिपोर्ट सी एफ डी को सौंपेगी । वाराणसी में सर्व सेवा संघ के परिसर पर अवैध कब्जे और ध्वस्तीकरण पर भी तीन सदस्यीय कमिटी को 10 सितंबर के पूर्व रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा गया।
अंतिम सत्र में संगठन को मजबूत करने और 2025 के अप्रैल में जनतंत्र समाज की 50 वीं वर्षगांठ मनाने पर चर्चा हुई। आगामी 8 दिसंबर को जनतंत्र समाज के 50 वीं सालगिरह के कार्यक्रम की शुरुआत का निर्णय लिया गया।
दीपक ढोलकिया को कोषाध्यक्ष और प्रो शशि शेखर सिंह को राष्ट्रीय प्रवक्ता व दिल्ली का प्रभारी बनाया गया। अरविंद मूर्ति को यूपी तथा प्रभात कुमार को बिहार का प्रभारी बनाया गया। महाराष्ट्र का प्रभार वासंती दिघे को दिया गया। कुमार शुभ मूर्ति, प्रभात कुमार और वासंती दिघे को राष्ट्रीय परिषद में जोड़ा गया।