
पूसा ।संवाददाता।
प्रखंड क्षेत्र के चकले वैनी,धोबगामा, मोरसंड एवं चंदौली पंचायत में भाकपा-माले कार्यकर्ताओं ने मजदूर दिवस को संकल्प दिवस के रूप में मनाया। आयोजित कार्यक्रम में मजदूर दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला गया। अपने हक-अधिकार के लिए संघर्ष के रास्ते शहीद हुए मजदूरों की याद में 2 मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद इन चारों पंचायतों में भाकपा-माले की कुल नौ शाखाओं का पुनर्गठन किया गया। चकले वैनी में अध्यक्षता पंचायत सचिव राजाराम सिंह,धोबगामा में उषा देवी, मोरसंड में रामविलास पासवान, चंदौली में निरसन सिंह ने की। इसमें बतौर पर्यवेक्षक भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार उपस्थित थे।
संबोधित करते हुए भाकपा-माले प्रखंड सचिव अमित कुमार ने कहा कि समस्तीपुर जिले से मज़दूरों के पलायन के लिए सरकार जिम्मेदार है। जिले के अधिकांश मजदूर अपने घर-परिवार से दूर दूसरे राज्यों में काम की तलाश में जाने को विवश है। मजदूरों की सबसे बड़ी समस्या स्थानीय स्तर पर रोजगार का नहीं मिलना है।
उन्होंने आगे कहा है कि मजदूर दिवस उन लोगों का दिन है जिन्होंने अपने खून पसीने से देश और दुनिया के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। किसी भी देश, समाज, संस्था और उद्योग में मजदूरों, कामगारों और मेहनतकशों की अहम भूमिका होती है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार मजदूरों से ज्यादा प्राइवेट कंपनियों के लिए फिक्रमंद है। देश की अर्थव्यवस्था की मुख्य ताकत होने बावजूद मजदूरों को बुनियादी सुविधाओं और अधिकारों से वंचित रखा गया है। 17 मई को मोरसंड पंचायत भवन का घेराव करने की घोषणा की गई।
मौके पर प्रखंड कमेटी सदस्य रविन्द्र सिंह, अखिलेश सिंह, बिराजी दास, सेवक पासवान, बिजली ठाकुर,राजेश कुमार,अजय कुमार, सतीश कुमार सिंह, रामसदन पासवान, सुदामा देवी, राजकुमारी देवी, मो. याकुब, अनीता देवी,उर्मिला देवी, अंजु देवी, राधा देवी, पूनम देवी, नगिना देवी, सूरज पासवान, नारायण पासवान, गनौर पासवान, बिरजू कुमार, ओमप्रकाश कुमार, राधा देवी आदि शामिल थे।