द न्यूज 15
नई दिल्ली । दिल्ली में 2020 में हुए दंगों में मारे गए इंटेलिजेंस ब्यूरो के अफसर अंकित शर्मा के भाई को सरकारी नौकरी मिल गई है। गुरुवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अंकित के भाई को शिक्षा विभाग में नौकरी का नियुक्ति पत्र सौंपा। इससे पहले सरकार ने अंकित के परिवार को एक करोड़ की सहायता राशि भी दी थी।
बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के दौरान इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के अधिकारी अंकित शर्मा की क्रूरता से हत्या करके शव को नाले में फेंक दिया गया था। इस केस में आम आदमी पार्टी (आप) के पूर्व पार्षद ताहिर हुसैन भी आरोपी है। जुलाई 2020 में दिल्ली की एक अदालत ने ताहिर हुसैन की जमानत याचिका खारिज करते हुए कहा था कि निलंबित पार्षद ताहिर हुसैन ने दंगाइयों का इस्तेमाल ‘मानव हथियार’ के रूप में किया जो उसके उकसाने पर किसी की भी हत्या कर सकते थे।
दिल्ली दंगे में हुई थी 53 लोगों की मौत : गौरतलब है कि 2020 में उत्तर-पूर्वी दिल्ली में 23 फरवरी से 26 फरवरी तक जमकर दंगे हुए थे। इस दौरान 53 लोगों की मौत हुई थी। इन दंगों में 581 लोग घायल हुए थे। 24 और 25 फरवरी को नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में दंगाइयों ने जमकर उत्पात मचाया था। इन दंगों के मामले में कुल 755 एफआईआर दर्ज की गई थीं। पुलिस ने दिल्ली दंगों की जांच के लिए 3 एसआईटी गठित की थी। क्राइम ब्रांच को 60 केस जांच के लिए सौंपे गए थे, जबकि 1 केस स्पेशल सेल ने दर्ज किया था. इन दंगों में जांच के दौरान 1818 गिरफ्तार किए गए थे। सर्राफा बाजार से सोने की चीजें खरीदते समय लोगों को बहुत सारी चीजों को ध्यान में रखने की जरूरत है। मसलन सोने की शुद्धता को लेकर अक्सर लोग गलतफहमी का शिकार हो जाते हैं और कई मामलों में ज्वैलर ही लोगों को बेवकूफ बना देते हैं। सोना खरीदते समय हालमार्क ज्वैलरी खरीदने से आप धोखा खाने से बच सकते हैं। पहला बीआईएस का लोगो, दूसरा फिटनेस नंबर यानी कैरेट का संकेत, तीसरा मार्किंग सेंटर का लोगो, चौथा वर्ष कोड और पांचवां बेचने वाले जूलर का लोगो या ट्रेड मार्क। बीआईएस रजिस्ट्रेशन के बिना ही आधा-अधूरा हॉलमार्किंग कराने वाले 5 मुहर की जगह 3 या 4 ही रखते हैं।