चरण सिंह
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने देश की राजनीति और लोगों की कमजोरी दोनों पकड़ ली है। अरविन्द केजरीवाल जानते हैं कि वोट लेने के लिए उन्हें कहां चोट करनी है। अन्ना आंदोलन से निकले अरविंद केजरीवाल फ्री की योजनाओं के दम पर लगातार दिल्ली को कब्जा रहे हैं। केजरीवाल ने दिल्ली में गरीब आदमी के लिए बिजली, पानी, दवा और राशन सब फ्री कर रखा है। आधी आबादी महिलाओं के लिए बस में सफर फ्री है।
अब चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल ने महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपए देने की घोषणा कर दी है। चुनाव के बाद यह राशि 2100 रुपए करने का वादा किया है। मतलब सरकार बनने पर प्रत्येक गरीब महिला को 2100 रुपए प्रतिमाह मिलने शुरू हो जाएंगे। मतलब कौन महिला 2100 रुपए प्रतिमाह नहीं लेनी चाहेगी ? इसका मतलब महिलाएं ही केजरीवाल की सरकार बनवा देंगी। महिलाओं को बसों में फ्री सफर करने पर आप का वोटबैंक टेम्पो मालिकों धंधा प्रभावित होने लगा है तो केजरीवाल ने उनकी नाराजगी को दूर करने के लिए बच्चों की पढ़ाई के लिए एक लाख रुपए और अब अंबेडकर स्कॉलरशिप के तहत दलितों के बच्चों को दुनिया के किसी भी स्कूल में फ्री शिक्षा देने की बात अरविन्द केजरीवाल ने की है।
दरअसल केजरीवाल ने देश की राजनीति की कमजोरी को पड़क लिया है। जब केजरीवाल की फ्री योजना को टारगेट कर दिल्ली की अर्थव्यवस्था को कमजोर करने का आरोप लगता है तो फिर पूंजीपतियों के कर्जे माफ़ करने का मुद्दा उठा देते हैं। मतलब कर्ज न देने पर उसे बट्टे खाते में डाल देते हैं। केजरीवाल दिल्ली को घाटे में न बताकर विरोधियों को चुप करा देते हैं। उनका कहना होता है कि दूसरे दल पूंजीपतियों पर लूटाते हैं तो वह गरीबों की मदद करते हैं।
अब अरविंद केजरीवाल ने दलित समाज के बच्चों के लिए बड़ा ऐलान कर दिया है। आप सरकार ने ‘अंबेडकर स्कॉलरशिप’ की घोषणा करते वादा किया है कि दिल्ली में दलित समाज का कोई भी बच्चा उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए दुनिया के किसी भी कॉलेज में जाना चाहेगा दिल्ली सरकार उसका खर्चा उठाएगी। मतलब गृह मंत्री अमित शाह के अम्बेडकर पर दिए बयान पर देश में बने माहौल को भुनाने में केजरीवाल लग गए हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा, “दलित समाज का कोई भी बच्चा शिक्षा प्राप्त करने में वंचित न रह जाए। बच्चा दुनिया के किसी भी टॉप यूनिवर्सिटी में पढ़ना चाहेगा, तो सारा खर्चा दिल्ली सरकार वहन करेगी।