
कहा: उन्होंने देश में एक अद्वितीय छाप छोड़ी
रामजी कुमार
समस्तीपुर। आसान नहीं होता कर्पूरी होना। कर्पूरी ठाकुर जी, भारत के महान सपूत, सामाजिक न्याय के सच्चे मसीहा थे। भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर ने सामाजिक न्याय को बढ़ावा देकर देश में एक अद्वितीय छाप छोड़ी। उक्त बातें महामहिम उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड ने शुक्रवार को जिले के कर्पूरी ग्राम स्थित प्रभावती रामदुलारी महाविद्यालय परिसर में आयोजित भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंन्ती समारोह के अवसर पर अपने संबोधन में कही। उन्होंने कहा कि कठिन और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद, उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त करने का संकल्प पूरा किया। अपने जीवन में, उन्होंने कभी भी कोई व्यक्तिगत संपत्ति अर्जित नहीं की और अपना पूरा जीवन जनता की सेवा को समर्पित कर दिया। वे विधानसभा चुनाव कभी नहीं हारे, जो अपने आप में एक कीर्तिमान है। बिहार जैसे राज्य में, वे पहले गैर-कांग्रेसी मुख्यमंत्री बने। बताते चलें कि शुक्रवार को जिले के कर्पूरी ग्राम स्थित प्रभावती रामदुलारी महाविद्यालय परिसर में भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंन्ती धूमधाम से समारोह पूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर सर्व प्रथम जननायक के पुत्र केन्द्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री राम नाथ ठाकुर, ने तमाम अतिथियों का मिथिला की परंपरा के मुताबिक स्वागत किया। स्वागत संबोधन के बाद उपसभापति, राज्यसभा, हरिवंश ने जननायक के व्यक्तित्व एवं कीर्तित्व की चर्चा की। इसके पुर्व जननायक के पुत्र रामनाथ ठाकुर, विधानपार्षद डाॅ तरूण कुमार आदि गणमान्य लोगों ने उपराष्ट्रपति का कर्पूरी ग्राम में प्रथम अभिनंदन किया। तदुपरांत श्री धनखड ने जननायक के पैतृक आवास एवं गोकुल कर्पूरी फुलेश्वरी महाविद्यालय स्थित त्रिमूर्ति भवन में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए पेड लगाये। मौके पर महामहिम राज्यपाल, बिहार, आरिफ मोहम्मद खान, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चैहान, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री, नित्यानन्द राय, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री, भागीरथ चैधरी, सांसद शाम्भवी चैधरी, विधान पार्षद डाॅ तरूण कुमार सहित एवं अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।