बी कृष्णा
18 जुलाई को भाजपा ने एक प्रेस कांफ्रेंस किया| इस प्रेस कांफ्रेंस में सुधांशु त्रिवेदी जी ने जापान के शिंजो आबे और USA के डोनाल्ड ट्रम्प का उदाहरण देते हुए भारत में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की जिंदगी पल पल खतरे में है ऐसी संभावना व्यक्त की|
यह एक बेहद गंभीर मामला है| हम सब जानते हैं कि माननीय मोदी के बढ़ते कद को देखते हुए, आर्थिक, कूटनीतिक हर फ्रंट पर इनकी धाक को देखते हुए विदेश में इनके बहुत दुश्मन हैं|
देश के भीतर भी देश विरोधी गतिविधियों पर इनके हमलावर तेवर से देश विरोधी ताकतें एकजुट होकर इनको क्षति पहुँचाने के प्रयास में सक्रीय हो गए हैं| इस तरह के प्रयासों को और हवा मिल जाती है जब प्रतिपक्ष के नेता और अन्य प्रतिपक्षी दलों के नेता उनके सुर में अपना सुर मिलाने लगते हैं|
सुधांशु त्रिवेदी जी ने पहली बार प्रेस कांफ्रेंस के जरिए यह बात लोगों के साथ साझा किया है तो ऐसे में ग्रहों की क्या योजना है यह जानना बनता है|
माननीय मोदी जी की कुंडली (नेट से प्राप्त) के अनुसार चलने वाली दशा है –
मंगल/ बुध की है जो जून 2025 तक चलेगी|
जन्म कुंडली और दशमांश कुंडली के अनुसार यह समय इनके लिए परेशानियों को बढ़ने वाला होगा|
भाजपा की चलने वाली दशा है –
चंद्र/ बुध की, जो जुलाई 2025 तक चलेगी|
जन्म कुंडली और दशमांश कुंडली के अनुसार यह समय जोरों का स्कैंडल देने वाला, भीतरघात को बढ़ावा देने वाला और न्यायपालिका के साथ संबंधों में खटास का संकेत दे रहा है|
देश की चलने वाली दशा है –
चंद्र / शुक्र की जो मार्च 2025 तक चलेगी|
जन्म कुंडली और दशमांश कुंडली के अनुसार यह दशा केंद्रीय सरकार को पुनः जोरों का स्कैंडल देने वाला होगा|
वर्ष कुंडली के अनुसार
यह वर्ष केन्द्रीय सरकार के लिए मानसिक झंझावात से गुजरने जैसा होगा|
भिन्न भिन्न पक्ष कुंडली के अनुसार ग्रहों की गोचरीय स्थिति और उनके संकेत –
अगस्त माह के पहले सप्ताह से तीसरे सप्ताह तक का समय सतर्क और सचेत रहने का समय होगा|
यह समय इसके अलावा और भी कुछ संकेत दे रहा है जिन पर ध्यान दिया जाना इसलिए भी जरूरी है कि या समय अमरनाथ यात्रा, सावन माह की कावड़ यात्रा का समय भी है| इस समय ग्रहों के संचार के अनुसार बनने वाले योग देश के कई हिस्से में जल प्लावन की स्थिति, भूस्खलन, बादल फटने जैसी स्थिति बना सकते हैं|
इसके अलावा एक और महत्वपूर्ण संकेत है Corporate War के बीजा रोपण का| समय रहते इस पर यदि विचार नहीं किया गया तो वर्ष 2026 , जब देश की दशा होगी मंगल की इसके गंभीर परिणाम को लेकर आने वाल साबित हो सकता है| कई वित्तीय संस्थानों की स्थिति डावांडोल हो सकती है|
वर्तमान में गुरु का अतिचारी और शनि का वक्री होना आत्मघाती हमला,अराजक और हिंसक स्थिति के निर्माण को बल देने मानो आग में घी देने का काम कर रहे हैं| इस तरह के वारदात में, भारत ही नहीं बल्कि वैश्विक स्तर पर तेजी आएगी|
भारतवर्ष की कुंडली में लग्न में मंगल, गुरु का गोचर और ऐसे मैं शनि का पूर्व भाद्रपद नक्षत्र में होना स्थिति की गंभीरता को दर्शा रहे हैं| मंगल के मृगशिरा नक्षत्र के गोचर तक स्थिति के गंभीर बनने का संकेत है|
सभी कुंडलियों के आधार पर और ग्रहों के संचार के अनुसार बनने वाले योग के अनुसार स्थिति की गंभीरता का संकेत तो दे रहे हैं साथ ही साथ यह संकेत भी दे रहे हैं कि माघ माह से जहाँ एक तरफ न्यायपालिका को दुरुस्त करने के प्रयास में तेजी आएगी वहीं दूसरी तरफ नफरत की राजनीतिक खेल को सरकार पूरा का पूरा पलट देगी| खेल चाहे किसी का भी हो पर अपनी शर्तों पर खेलेगी|
(लेखिका ज्योतिषी, योग और अध्यात्मिक चिंतक हैं)