Site icon

बिहार में ऑपरेशन सिंदूर को भुनाने की फ़िराक में बीजेपी ?

चरण सिंह 

भले ही बिहार विधानसभा चुनाव की घोषणा न हुई हो पर चुनावी दंगल में सभी दल उतर चुके हैं। हर दल अपने अपने हिसाब से दांव चल रहा है। महागठबंधन की मुख्य पार्टी आरजेडी माई समीकरण के बल पर चुनावी समर में है तो कांग्रेस दलित और मुस्लिम समुदाय पर फोकस किये हैं। वाम दल गरीब तबके के बल पर जीतने की उम्मीद लगाए हुए हैं। जदयू लव कुश और महादलित के सहारे चुनाव लड़ने जा रही है। चिराग पासवान दलितों के सहारे ताल ठोक रहे हैं तो बसपा इन चुनाव में सभी सीटों पर प्रत्याशी खड़े कर रही है। ऐसे में बीजेपी ने ऑपरेशन सिंदूर को मुख्य मुद्दा बना लिया है।

दरअसल भावनात्मक मुद्दों को लेकर राजनीति करने वाली भारतीय जनता पार्टी अब बिहार विधानसभा चुनाव में ऑपरेशन सिंदूर को भुनाने जा रही है। बीकानेर में खून की जगह रगों में गरम सिंदूर बहने की बात करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब दो दिवसीय बिहार दौरे पर हैं। पीएम मोदी का प्रयास है कि जिस तरह से 2019 के लोकसभा चुनाव में पुलवामा आतंकी हमले के बाद हुई सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर माहौल बनाया था। ठीक इसी तरह से बिहार विधानसभा चुनाव में ऑपरेशन सिंदूर को भुनाया जाए।

बाकायदा प्रधानमंत्री का आर्मी की ड्रेस में एक फोटो वायरल कराया जा रहा है। ऑपरेशन सिंदूर के पोस्टरों में प्रधानमंत्री मोदी को आर्मी की ड्रेस में नायक दिखाया जा रहा है। लोगों को ऑपरेशन सिंदूर से जोड़ने के लिए बिहार में घर-घर सिंदूर भिजवाने की तैयारी बीजेपी ने कर ली है। हालांकि एनडीए में बीजेपी की सहयोगी पार्टी जदयू इस तरह से बीजेपी द्वारा सेना के पराक्रम को भुनाने के खिलाफ है।

देखने की बात यह है कि चुनाव से पहले बिहार में सियासी गहमागहमी तेज हो गई है। ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पीएम मोदी का पहला बिहार दौरा होने वाला है। 29 मई को पीएम मोदी पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का उद्घाटन और बिहटा एयरपोर्ट का शिलान्यास करेंगे। शाम को पटना में पीएम मोदी का रोड शो होगा। चुनाव को मजबूत बनाने के लिए रात में पीएम मोदी सांसदों, विधायकों, विधान पार्षदों और पार्टी पदाधिकारियों की बैठक लेंगे। बैठक में केंद्र और बिहार सरकार की उपलब्धियों को जन जन तक पहुंचाने, विकास- सुशासन के मुद्दे पर चुनाव लड़ने की बात हो सकती है।

30 मई को पीएम मोदी रोहतास के बिक्रमगंज में जनसभा को संबोधित करेंगे। पीएम मोदी के कार्यक्रम को सफल बनाने की तैयारियां जारी हैं। ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार बिहार आ रहे पीएम मोदी मंच से आतंकवाद पर दुनिया को कड़ा संदेश दे सकते हैं। देखने की बात यह कि 23 अप्रैल को जब पीएम मोदी सऊदी अरब के दौरे पर थे तो पहलगाम में आतंकी हमला हो गया। इस हमले में 26 भारतीय मारे गए। मोदी सऊदी अरब का दौरा स्थगित कर तुरंत भारत लौट आये।  उन्होंने कैबिनेट मीटिंग भी ली और अगले दिन 24 अप्रैल को वह बिहार मधुबनी पहुंच गए। जहां एक रैली को संबोधित किया। बिहार से उन्होंने आतंकियों को ललकारा और  पाकिस्तान को मिटटी में मिलाने का ऐलान कर दिया।

दरअसल पीएम मोदी ने बिहार चुनाव को लेकर चुनाव प्रचार शुरू कर कर दिया है। मानकर चलिए कि बिहार दौरे पर भी वह सिंदूर ऑपरेशन को लेकर चुनावी माहौल बनाने से नहीं हिचकेंगे ? देखने की बात या है कि बिहार की राजनीति को अच्छे अच्छे नहीं समझ पाते हैं। राजनीति की जननी मानी जाने वाली धरती को बिहार के बाहर का नेता तो कतई नहीं समझ सकता है। बिहार में चुनाव धर्म नहीं बल्की जातीय आधार चुनाव होता है। बिहार में पीएम मोदी के ऑपरेशन सिंदूर अभियान के कमजोर पड़ने के कई कारण हैं। एक तो पीएम मोदी जिस तरह से सीजफायर होने पर लोगों के गुस्से में होने के बावजूद ऑपरेशन सिंदूर का राग अलापने लगे हैं। अब उन पर सेना के पराक्रम को भुनाने का आरोप लग रहा है।

दरअसल 7 मई को हमारी सेना ने पहलगाम आतंकी हमला का बदला लेने के लिए ऑपरेशन सिंदूर किया। जिसमें पाकिस्तान स्थित 9 आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया। ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से भारत ने दुनिया को यह संदेश दिया कि उसने पाकिस्तानी सेना पर नहीं बल्कि आतंकी शिविरों को टारगेट किया है। हालांकि जिस तरह से सीजफायर की जानकारी अमेरिका डोनाल्ड ट्रंप ने की उससे मोदी सरकार की फजीहत भी हुई है।

Exit mobile version