सरदार वल्लभभाई पटेल लोह पुरुष के रूप में पहचाने जाते हैं. एक शूरवीर से कम इनकी ख्याति न थी. इन्होने 200 वर्षो की गुलामी के फँसे देश के अलग- अलग राज्यों को संगठित कर भारत में मिलाया और इस बड़े कार्य के लिए इन्हें सैन्य बल की जरुरत तक नहीं पड़ी. यही इनकी सबसे बड़ी ख्याति थी, जो इन्हें सभी से अलग बनाती थी। 31 अक्टूबर 1875 वल्लभभाई पटेल का जन्म नाडियाड- बॉम्बे में हुआ था.. वल्लभ जी एक कृषक परिवार से थे, जिसमे चार बेटे थे. एक साधारण मनुष्य की तरह इनके जीवन के भी कुछ लक्ष्य थे. यह पढ़ना चाहते थे, कुछ कमाना चाहते थे और उस कमाई का कुछ हिस्सा जमा करके इंग्लैंड जाकर अपनी पढाई पूरी करना चाहते थे.