राष्ट्रीय उपकार संयुक्त मोर्चा के राजस्थान प्रभारी ने 7 फरवरी को जंतर-मंतर पर होने वाले आंदोलन को सफल बनाने की अपील की
द न्यूज 15
नई दिल्ली/जयपुर। राष्ट्रीय उपकार संयुक्त मोर्चा के राजस्थान प्रभारी विजय वर्मा ने एक बयान जारी कर कहा है कि सहारा इंडिया के मैनेजमेंट ने यह साफ जाहिर कर दिया है कि कार्यकर्ता ही पुनर्निवेश करवा रहे हैं हमने किसी से कहा नहीं है। मतलब अभी भी काफी लोग ज्यादा वफ़ादारी में न केवल अपना बल्कि दूसरों को भी नुकसान करा रहे हैं। भुगतान के लिए चल रहा आंदोलन को कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने अपील करते हुए कहा है कि अभी भी समय है कि चेत जाएं। अपनों के साथ ही धोखा न करें। भुगतान के लिए लड़ाई लड़े ताकि समाज में मार्केट में अपनी इज्जत अपनी इमेज बच सके।
उन्होंने कहा है कि वैसे भी सहारा इंडिया के चैयरमेन सुब्रत राय ने कई बार लिखकर दे दिया है वह केवल निवेशकों और पीड़ितों को गुमराह करके झूठा विश्वास दिला रहे हैं। निवशकों को गुमराह करते हुए अख़बारों में विज्ञापन छपवा रहे हैं कि वे भुगतान दे रहे हैं। कितना भुगतान दे रहे हैं। कितना दे रहे हैं। सब देख रहे हैं।
विजय वर्मा ने कहा है कि सुब्रत राय उन्हीं निवेशकों को ही भुगतान कर रहे हैं जिनके मामले इनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निकल चुके हैं। लोकल निवेशकों का दबाव मात्र लोकल मैनेजमेंट तक सिमट कर रह गया है। उन्होंने कहा कि कुछ अधिकारियों के रिश्तेदारों का भी भुगतान हो रहा है जो अधिकारियों की चमचागिरी या वफादारी कर रहे हैं। बाकी आम निवेशकों का कोई भुगतान नहीं हो रहा है। पूरे देश में आंदोलन चल रहा है पर सुब्रत राय पर इसका कोई असर नहीं है। इसलिए हमारी सभी से अपील है कि अपने हक के लिए अपने भुगतान के लिए आगे आएं लोकल मैनेजमेंट पर दबाव बनाएं। दिल्ली में जो साथी आंदोलन को एक रूप दे रहे हैं उन सभी का हौंसला बढ़ाएं। समय निकालकर दिल्ली पहुंचें।
उन्होंने कहा कि 7 तारीख को दिल्ली जंतर-मंतर पर हमें ऐसा आंदोलन करना है कि प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, राष्ट्रपति, कृषि मंत्री और दूसरे जिम्मेदार तंत्रों की आंख और कान खुल जाएं और उनकी समस्याएं समझ लें। ये लोग जान लें कि सुब्रत राय कितना बड़ा ठग है, जो गरीब जनता को लूट कर बैठा हुआ है। उन्होंने कानून व्यवस्था पर उंगली उठाते हुए कहा कि सुब्रत राय विगत 6 साल से पैरोल पर चल रहे हैं। ऐसा कौन सा कानून है जो जनता को ठगने के बाद भी जेल की वजह पैरोल पर है। विजय वर्मा का कहना है कि भुगतान ने मिलने से कई हजार लोग दम तोड़ चुके हैं। कितने निवेशक, एजेंट और कर्मचारी डिप्रेशन में हैं। कितने आत्महत्या कर रहे हैं। सुब्रत राय और उनका मैनेजमेंट निवेशकों के प्रति गंभीर नहीं हैं। विजय वर्मा ने अपील की है कि अधिक अधिक साथी क़ानूनी कार्रवाई करें। यह लड़ाई लड़कर ही हमें सफलता मिलेगी।