International Elderly Day : जिला अस्पताल में आज लगेगा विशेष स्वास्थ्य शिविर, होगी बुजुर्गों की सेहत की जांच, स्वास्थ्य विभाग मनाएगा जागरूकता पखवाड़ा, जनपद में होंगी विभिन्न गतिविधियां
नोएडा । “हम सभी का कर्तव्य है- हम बुजुर्गों का ध्यान रखें। उन्हें कभी अकेलापन का अहसास न होने दें और उनके खानपान और सेहत का पूरा ख्याल रखें।” यह कहना है जिला अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ प्रदीप सैलत का। यह बात उन्होंने अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस (एक अक्टूबर) की पूर्व संध्या पर बातचीत में कही।
डा. प्रदीप का कहना है कि वृद्ध होना एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। उम्र बढ़ने पर शरीर में बदलाव आते हैं। शरीर की अपनी क्षमता कम हो जाती है। इससे बीमारियों की चपेट में आने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए बुजुर्गों को अपने खान-पान, रहन सहन का विशेष ध्यान रखना चाहिए। शरीर के संकेत समझ कर अपनी सेहत बरकरार रखने के जरूरी उपाय करने चाहिए। पर्याप्त कैलोरी, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसा, फाइबर विटामिन खनिज और पानी की उचित मात्रा वाला पौष्टिक आहार स्वस्थ बुढ़ापे के लिए जरूरी है। मधुमेह, दिल के रोग और किडन के रोग वाले बुजुर्गों को अपना खानपान अपने चिकित्सक की सलाह के हिसाब से रखना चाहिए। शारीरिक स्थिति के हिसाब से व्यायाम भी करते रहें।
डॉ. प्रदीप कहते हैं-बच्चों (संतान) को अपने बुजुर्गों का विशेष ख्याल रखना चाहिए। कोशिश करें कि व्यस्तता में से समय निकालकर कुछ समय उन्हें दें उनके साथ बैठें, उनसे बात करें। उन्हें अकेलापन महसूस न होने दें। उन्हें बेवजह परेशान न करें। बुढ़ापे में डिप्रेशन भी जल्दी हो जाता है, इसलिए उनकी मानसिक और शारीरिक सेहत का ख्याल रखें।
अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से शनिवार को जिला अस्पताल में बुर्जुगों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन होगा। इसके अलावा बुजुर्गों के प्रति लोगों में सम्मान की भावना पैदा करने और उनका विशेष ध्यान रखने के लिए जागरूकता गोष्ठी का भी आयोजन होगा। स्वास्थ्य शिविर में बुजुर्गों की शारीरिक, मानसिक जांच की जाएगी। वरिष्ठ चिकित्सक डा. प्रदीप सैलत, डा. स्वाति के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद रहेगी।
गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डा. राघवेन्द्र प्रताप सिंह ने बताया- प्रति वर्ष एक अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस मनाया जाता है। बुजुर्गों की सेहत अच्छी रहे, इसके लिए स्वास्थ्य विभाग प्रयासरत है। इसी क्रम में एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक जागरूकता पखवाड़ा मनाया जाएगा, जिसमें बुजुर्गों की देखरेख के प्रति लोगों को तो जागरूक किया ही जाएगा, विशेष रूप से बुजुर्गों को उनकी सेहत के लिए भी जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया “वृद्ध महिलाओं का लचीलापन और योगदान” इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस की थीम है। गौरतलब है कि विश्व में बुजुर्गों के प्रति हो रहे दुर्व्यवहार और अन्याय को खत्म करने, उनके प्रति सम्मान पैदा करने तथा लोगों को जागरूक करने के लिए हर वर्ष एक अक्टूबर को अंतरराष्ट्रीय बुजुर्ग दिवस मनाया जाता है। पहली बार यह दिवस एक अक्टूबर 1991 को मनाया गया था।
जिला वित्त एवं रसद सलाहकार आशुदीप ने बताया- पखवाड़ा के अंतर्गत जनपद में एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक लगातार कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। एक अक्टूबर को जिला अस्पताल में स्वास्थ्य जांच शिविर लगेगा, जिसमें मानसिक और शारीरिक (ऑर्थोपेडिक, आंख कान-नाक, दांत, न्यूरो) जांच की जाएगी। जनपद के तीनों वृद्ध आश्रमों में तीन, छह और 11 अक्टूबर को स्वास्थ्य एवं जागरूकता शिविर, सात अक्टूबर को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से जागरूकता रैली, 10 अक्टूबर को स्कूलों में बुजुर्गों की देखभाल को लेकर पोस्टर व निबंध प्रतियोगिता, 12 अक्टूबर को जिला अदालत परिसर में स्वास्थ्य शिविर और 15 अक्टूबर को सीएमओ कार्यालय में जागरूकता गोष्ठी का आयोजन होगा।
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