टीकाकरण कार्यक्रम के लिए 18 फरवरी से शुरू होंगी गतिविधियां
तीन चरणों में सम्पन्न होगा टीकाकरण अभियानशून्य से दो वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों और गर्भवती का होगा टीकाकरण
द न्यूज 15
नोएडा । सघन मिशन इंद्रधनुष- 4.0 (आईएमआई-4.0) जनपद में सात मार्च से शुरू होगा। नियमित टीकाकरण के दौरान टीके से वंचित रह गए शून्य से दो वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों और गर्भवती को इस विशेष अभियान में निशुल्क टीके लगाए जाएंगे। जनपद में यह अभियान तीन चरणों में चलाया जाएगा।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील कुमार शर्मा ने बताया- कोविड-19 संक्रमण के दौरान लॉकडाउन एवं अन्य कारणों से टीकाकरण से छूटे हुए बच्चों का टीकाकरण करने के निर्देश शासन से मिले हैं। उन्होंने बताया- सघन मिशन इंद्रधनुष की गतिविधियां संचालित किये जाने के लिए शासन से तिथियां निर्धारित कर दी गयी हैं।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील दोहरे ने बताया- तीन चरणों में चलने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष- 4.0 का प्रथम चरण सात मार्च से शुरू होगा। इसका द्वितीय चरण चार अप्रैल और तृतीय चरण दो मई से शुरू होगा। विधानसभा चुनाव की मतगणना होने के कारण 10 मार्च को टीकाकरण कार्यक्रम स्थगित रहेगा।उन्होंने बताया सघन मिशन इंद्रधनुष- 4.0 के लिए संचालित होने वाली गतिविधियां के लिए शासन से तिथियां निर्धारित कर दी गयी हैं। 18 फरवरी को राज्य स्तरीय संवेदीकरण, 19 से 23 फरवरी तक जनपद स्तरीय संवेदीकरण एवं ब्लाक स्तरीय अभिमुखीकरण, 24 से 26 फरवरी तक सर्वे, 28 फरवरी से दो मार्च तक माइक्रो प्लान तैयार किया जाएगा, तीन मार्च को जनपद स्तर पर माइक्रो प्लान पूरा कर समीक्षा की जाएगी, चार मार्च को राज्य स्तर पर माइक्रो प्लान जमा करना है। पांच मार्च को राज्य स्तरीय समीक्षा की जाएगी।डा. दोहरे ने बताया- अभियान के तहत जिले के सीमावर्ती इलाकों, ईंट भट्टों, निर्माणाधीन साइट, दुर्गम क्षेत्रों में विशेष रूप से टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया टीकाकरण से अक्सर विस्थापित परिवार छूट जाते हैं। इसमें बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग आता है। कामकाज के हिसाब से यह लोग विभिन्न प्रदेशों और शहरों में घूमते हैं। इनके बच्चों का विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा। इसके अलावा जिले की सीमा (गाजियाबाद, दिल्ली और सिकंदराबाद) से सटे इलाकों में बसे लोगों के बच्चों का भी विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने बताया टीकाकरण के लिए प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को विशेष रूप से जिम्मेदारी दी गयी है। ………
क्या है सघन मिशन इंद्रधनुष : दो वर्ष से छोटे बच्चे जो नियमित टीकाकरण से छूट जाते हैं। इसके अलावा उन गर्भवती का टीकाकरण किया जाता है जो टीडी टीके से वंचित रह जाती हैं। इस अभियान का नाम इंद्रधनुष इसलिए रखा गया है क्योंकि अभियान के दौरान सात बीमारियों से प्रतिरक्षित करने के लिए टीके लगाए जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह टीकाकरण निशुल्क किया जाता है।
सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान में शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को : बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी, मिजल्स, विटाविन.ए, डीपीटी बूस्टर डोज, मिजल्स बूस्टर डोज और बूस्टर ओपीवी, पीसीवी के टीके लगाए जाएंगे। इसके अलावा अभियान में गर्भवती महिलाओं को टीडी का टीका लगाया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. सुनील दोहरे ने बताया- तीन चरणों में चलने वाले सघन मिशन इंद्रधनुष- 4.0 का प्रथम चरण सात मार्च से शुरू होगा। इसका द्वितीय चरण चार अप्रैल और तृतीय चरण दो मई से शुरू होगा। विधानसभा चुनाव की मतगणना होने के कारण 10 मार्च को टीकाकरण कार्यक्रम स्थगित रहेगा।उन्होंने बताया सघन मिशन इंद्रधनुष- 4.0 के लिए संचालित होने वाली गतिविधियां के लिए शासन से तिथियां निर्धारित कर दी गयी हैं। 18 फरवरी को राज्य स्तरीय संवेदीकरण, 19 से 23 फरवरी तक जनपद स्तरीय संवेदीकरण एवं ब्लाक स्तरीय अभिमुखीकरण, 24 से 26 फरवरी तक सर्वे, 28 फरवरी से दो मार्च तक माइक्रो प्लान तैयार किया जाएगा, तीन मार्च को जनपद स्तर पर माइक्रो प्लान पूरा कर समीक्षा की जाएगी, चार मार्च को राज्य स्तर पर माइक्रो प्लान जमा करना है। पांच मार्च को राज्य स्तरीय समीक्षा की जाएगी।डा. दोहरे ने बताया- अभियान के तहत जिले के सीमावर्ती इलाकों, ईंट भट्टों, निर्माणाधीन साइट, दुर्गम क्षेत्रों में विशेष रूप से टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। उन्होंने बताया टीकाकरण से अक्सर विस्थापित परिवार छूट जाते हैं। इसमें बड़ी संख्या में मजदूर वर्ग आता है। कामकाज के हिसाब से यह लोग विभिन्न प्रदेशों और शहरों में घूमते हैं। इनके बच्चों का विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा। इसके अलावा जिले की सीमा (गाजियाबाद, दिल्ली और सिकंदराबाद) से सटे इलाकों में बसे लोगों के बच्चों का भी विशेष रूप से ध्यान रखा जाएगा। उन्होंने बताया टीकाकरण के लिए प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को विशेष रूप से जिम्मेदारी दी गयी है। ………
क्या है सघन मिशन इंद्रधनुष : दो वर्ष से छोटे बच्चे जो नियमित टीकाकरण से छूट जाते हैं। इसके अलावा उन गर्भवती का टीकाकरण किया जाता है जो टीडी टीके से वंचित रह जाती हैं। इस अभियान का नाम इंद्रधनुष इसलिए रखा गया है क्योंकि अभियान के दौरान सात बीमारियों से प्रतिरक्षित करने के लिए टीके लगाए जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से यह टीकाकरण निशुल्क किया जाता है।
सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान में शून्य से दो वर्ष तक के बच्चों को : बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रो