‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ में संजय लीला भंसाली के साथ काम करने पर बोली इंदिरा तिवारी

इंदिरा तिवारी

मुंबई| नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा की पूर्व छात्र इंदिरा तिवारी ने अपने अब तक के सफर के बारे में बात की हैं। वह कहती हैं कि ‘मैं खुद को धन्य महसूस करती हूं कि मुझे एनएसडी के लिए चुना गया जहां से नसीरुद्दीन शाह, इरफान जी, नवाजुद्दीन सिद्दीकी जैसे कई बेहतरीन रत्न निकले है। निश्चित रूप से यह मेरे सपनों में बहुत विश्वसनीयता जोड़ता है, और मुझे एक अभिनेता के रूप में विकसित होने में मदद करता है। जब आप ऐसी पृष्ठभूमि से आते हैं, जहां लोगों की अपेक्षाएं बहुत अधिक हैं, वे चाहते हैं कि आप एक ऐसे कलाकार हो, जो बहुत अच्छी तरह से प्रशिक्षित हो।’

उनकी पहली फिल्म सुमन मुखोपाध्याय की ‘नजरबंद’ है। यह फिल्म इस समय बुसान फिल्म फेस्टिवल, न्यूयॉर्क इंडियन फिल्म फेस्टिवल, लंदन इंडियन फिल्म फेस्टिवल और फ्लोरेंस इंडियन फिल्म फेस्टिवल सहित विभिन्न राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय समारोहों की यात्रा कर रही है। उनकी सबसे लोकप्रिय फिल्म सुधीर मिश्रा की ‘सीरियस मेन’ है।

इंदिरा भी ‘सीरियस मेन’ का हिस्सा बनकर खुद को लकी मानती हैं। उन्होंने कहा कि एक ही स्कूल से आने के बाद, नवाजुद्दीन और मैं फिल्म में काम करते हुए अच्छे दोस्त बन गए थे। सेट और ऑफ-कैमरा पर उनका वाइब्स इतना सकारात्मक, हल्का, शांत था कि मेरे लिए उनके साथ जुड़ना आसान हो गया था।

2022 में ‘गंगूबाई काठियावाड़ी’ रिलीज होने पर उत्साह व्यक्त करते हुए, वह कहती हैं, “मैं फिल्म और अपनी भूमिका के बारे में ज्यादा बात नहीं कर सकती लेकिन यह मेरे लिए बहुत खास है क्योंकि मैंने अपने सपनों के निर्देशक के साथ काम किया है। यह एक सच्ची यात्रा की तरह लगा।

इस पर बोलते हुए कि कैसे महामारी ने हमारे सोचने और जीने के तरीके को बदल दिया है, और यह साल उसके लिए कैसा रहा है और वह आगे क्या देख रही है, इंदिरा कहती हैं कि यह उनका सकारात्मक ²ष्टिकोण है जो उन्हें आगे बढ़ाता है।

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