Indian politics : सोनिया गांधी से ईडी की पूछताछ पूरी, 25 को फिर होगी

नई दिल्ली। सोनिया गांधी से 21 जुलाई को ददो घंटे से कम की पूछताछ के बाद इंटेरोगेशन का पहला दिन पूरा हो गया है। स्वास्थ्य कारणों के चलते उनसे आज दोबारा पूछताछ नहीं की जाएगी। बताया जा रहा है कि 25 जुलाई को उनसे दोबारा पूछताछ हो सकती है। फिलहाल ईडी ने कोई नया समन जारी नहीं किया है। उधर पूछताछ के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने सड़क पर उग्र प्रदर्शन किया। मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर समेत कांग्रेस के 75 सांसदों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी नेशनल हेराल्ड केस में पूछताछ के लिए सुबह के वक्त ईडी के दफ्तर पहुंची थी। उनके साथ उनकी बेटी और कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी भी मौजूद थी। सोनिया गांधी अपने साथ दवाएं लेकर गई थीं। पूछताछ के दौरान प्रियंका और सोनिया गांधी एक ही कमरे मे मौजूद थीं।

सूत्रों का कहना है कि सोनिया गांधी से पूछताछ की कमान महिला अफसर मोनिका शर्मा को सौंपी गई है। वह ईडी में एडिशनल डायरेक्टर पद पर हैं। 75 वर्षीय सोनिया गांधी के स्वास्थ्य को देखते हुए दफ्त में एंबुलेंस की व्यवस्था भी की गई थी। सोनिया गांधी के स्वास्थ्य कारणों के चलते प्रियंका गांधी को भी दफ्तर में रहने की इजाजत दी गई थी। ईडी सूत्रों का कहना है कि करीब दो घंटे की पूछताछ के बाद ईडी के अधिकारियों ने सोनिया गांधी से कहा कि क्या वे थोड़ा ब्रेक लेन चाहती हैं। जवाब में सोनिया गांधी ने कहा कि हां वो लंच करना चाहती हैं। फिर सोनिया गांधी की तरफ से कहा गया कि क्या आज की पूछताछ जल्दी पूरी की जा सकती है। इस पर ईडी के अधिकारी मान गये।

हालांकि ईडी के अधिकारियों ने सोनिया गांधी से कहा कि उन्हें 25 जुलाई को फिर से बुलाया जा सकता है। इसके बाद सोनिया गांधी प्रियंका के साथ ईडी दफ्तर से अपने घर के लिए रवाना हो गईं। नेशनल हेराल्ड केस में ईडी द्वारा सोनिया गांधी से पूछताछ के विरोध में कांग्रेस नेताओं ने सड़क पर उग्र प्रदर्शन किया। मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर समेत कांग्रेस के 75 सांसदों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। कांग्रेस के 6 कार्यकर्ताओं को भी गिरफ्तार किया गया है। खबर के अनुसार दिल्ली कार्यकर्ताओं ने शिवाजी ब्रिज में तीन ट्रेनें रोकी।
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि एक ही परिवार के दो सदस्यों को बार-बार तलब करना गलत है, वह भी एक ही मामले में। जहां तक लोगों की गिरफ्तारी का सवाल है। ऐसा नहीं है कि उन्होंने कानून व्यवस्था की स्थिति को बाधित किया है। इसके अलावा हमें आंदोलन करने का अधिकार है।

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