ऋषि तिवारी
ग्रेटर नोएडा। “भारत शिक्षा एक्सपो शिक्षा क्षेत्र का एक भव्य संगम है और छात्रों, विद्वानों और शिक्षा पेशेवरों के लिए एक तीर्थस्थल से कम नहीं है,” ऐसा उत्तर प्रदेश के माननीय उच्च शिक्षा मंत्री श्री योगेंद्र उपाध्याय ने भारत शिक्षा एक्सपो 2024 के पहले संस्करण का उद्घाटन करते हुए कहा। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के शिक्षा सलाहकार श्री धीरेंद्र पाल सिंह, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की अतिरिक्त सीईओ श्रीमती प्रेरणा सिंह, उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव श्री सिपु गिरी, नीति आयोग के अटल इनोवेशन मिशन के परियोजना निदेशक श्री रोहित गुप्ता, भारत शिक्षा एक्सपो के अध्यक्ष, श्री हरिवंश चतुर्वेदी और इंडिया एक्सपोजिशन मार्ट लिमिटेड के चेयरमैन, डॉ राकेश कुमार भी उपस्थित थे। इस आयोजन ने भारत को “विश्वगुरु” के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम रखा है। उत्तर प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग और ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण (GNIDA) द्वारा समर्थित, यह तीन दिवसीय आयोजन (11-13 नवम्बर) भारत में शिक्षा क्षेत्र के भविष्य के बारे में जानने के लिए एक सशक्त मंच है।
माननीय उच्च शिक्षा मंत्री श्री योगेंद्र उपाध्याय ने अपने मुख्य भाषण में उल्लेख किया कि वर्तमान परिप्रेक्ष्य में उत्तर प्रदेश, विशेष रूप से ग्रेटर नोएडा, आधुनिक शिक्षा का केंद्र बन गया है जैसे प्राचीन काल में नालंदा और तक्षशिला थे, जहाँ दुनिया भर के छात्र ज्ञान प्राप्त करने आते थे। भारत शिक्षा एक्सपो 2024 इंडिया एक्सपो सेंटर और मार्ट द्वारा आयोजित किया गया है और यह नई शिक्षा नीति (NEP) के मूल सिद्धांतों को प्रदर्शित करने की एक सराहनीय पहल है। उन्होंने कहा, यह NEP की समग्र और बहु-विषयी शिक्षा के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
माननीय उच्च शिक्षा मंत्री ने भारत शिक्षा एक्सपो 2024 के उद्घाटन कार्यक्रम में उच्च शिक्षा प्रोत्साहन नीति 2024 का भी शुभारंभ किया और कहा कि यह नीति उच्च शिक्षा में उत्कृष्टता, नवाचार, और समावेशन के नए युग का मार्ग प्रशस्त करती है। उन्होंने निजी क्षेत्र के निवेश को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि उच्च शिक्षा क्षेत्र के लिए निवेश आवश्यक है और उच्च शिक्षा प्रोत्साहन नीति 2024 में निवेशकों के लिए लाभकारी प्रावधानों के साथ एक सहयोगी परिवेश बनाने के लिए बड़े कदम उठाए गए हैं।
भारत शिक्षा एक्सपो 2024 में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों के चांसलर, उपकुलपति, संस्थानों के प्रमुख, प्रतिष्ठित शिक्षाविद, शिक्षाशास्त्री और उद्योग के दिग्गज एकत्रित हो रहे हैं। इनमें गलगोटिया यूनिवर्सिटी, शारदा यूनिवर्सिटी, जीएल बजाज इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड रिसर्च, गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी, जीएलए यूनिवर्सिटी, एसआरएम यूनिवर्सिटी, राजस्थान केंद्रीय विश्वविद्यालय, छत्तीसगढ़ का श्री रावतपुरा सरकार विश्वविद्यालय और उत्तराखंड का माइंड पावर यूनिवर्सिटी शामिल हैं। इसके अलावा कनाडा का नॉर्थ आइलैंड कॉलेज भी अंतरराष्ट्रीय भागीदार के रूप में सम्मिलित हुआ है।