2016 में जब सहारा मीडिया में बकाया वेतन को लेकर आंदोलन हुआ तो तिहाड़ जेल में बंद सुब्रत रॉय ने आंदोलनकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल वहां पर ही बुलाया। हालांकि उन्होंने इस प्रतिनिधिमंडल का उठकर स्वागत किया पर जब मीटिंग शुरू हुई तो उन्होंने तुरंत बोला कि आप लोग नेतागिरी न करें। सहारा में एक ही नेता है और वह मैं हूं।देखें पूरा वीडियो