The News15

सहारा इंडिया के मामले में राष्ट्रीय उपकार संयुक्त मोर्चा ने उठाया कांग्रेस की नीयत पर सवाल 

Spread the love

मुद्दे को उठाकर चुनाव में क्यों छोड़ दिया अजय कुमार लल्लू ने : दिनेश चंद्र दिवाकर 

द न्यूज 15 
लखनऊ। राष्ट्रीय उपकार संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिनेश चंद दिवाकर, महासचिव राधेश्याम सोनी, राजू लाल श्रीवास्तव, अरविंद कुमार गुप्ता, राम किशुन गौड़ ,उमेश चंद्र निषाद ने एक बयान जारी कर कहा है कि देश में 80% घर सहारा इंडिया कंपनी से ठगी पीड़ित हैं। कांग्रेस पार्टी के उत्तर प्रदेश के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, विधायक कुशीनगर ने क्या सोचकर के चुनाव से पूर्व पीएसीएल व सहारा इंडिया से ठगी पीड़ितों का मुद्दा उठाया था ? और क्यों बीच में छोड़ दिया?         इन पदाधिकारियों ने कहा है कि माह दिसंबर के तीसरे सप्ताह में लखनऊ विधानसभा में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने सहारा इंडिया व पीएसीएल ठगी पीड़ितों का मुद्दा काफी जोर-शोर से उठाया और बदले में विधानसभा अध्यक्ष के द्वारा यह उत्तर दिया गया कि इससे राज्य सरकार से क्या लेना देना है? जो सोशल मीडिया पर काफी चर्चा का विषय बना था।  2 जनवरी को प्रेस वार्ता करके 4 जनवरी 2022 को पूरे उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में धरना प्रदर्शन करते हुए जरिए कलेक्टर के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदय को ज्ञापन भी सौंपा गया।   7 जनवरी को फिर से उत्तर प्रदेश के सभी 403 विधानसभाओ में कांग्रेस पार्टी के सभी प्रत्याशियों के द्वारा सहारा इंडिया व पीएसीएल पीड़ितों को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए उप जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल महोदय ज्ञापन भेजा गया। किंतु दिनांक 07 जनवरी के बाद पूरे चुनाव तक यह मुद्दा कांग्रेस ने नहीं उठाया ? परिस्थिति बनी कि कांग्रेस पार्टी के एक भी प्रत्याशी व एक भी बड़े नेता यहां तक कि श्री लल्लू जी प्रियंका जी ने भी कहीं भूल की। इन पीड़ितों का मुद्दा नहीं उठाया। चुनाव के दौरान सहारा इंडिया का नाम तक नहीं लिया पूरी तरह से चुप्पी साध ली गई। 4 जनवरी  व 7 जनवरी  को पीएसीएल व सहारा इंडिया से ठगी पीड़ित जमाकर्ताओं व कार्यकर्ताओं के भावनाओं के साथ मजाक किया गया। यह काफी गंभीर और सोचने का विषय है कि कांग्रेस पार्टी के सामने ऐसी क्या परिस्थिति पैदा हुई? कि क्या सोचकर मुद्दे को छेड़ा था और क्या मजबूरी हुई कि मुद्दे को छोड़ दिया? इस मुद्दे से जहां एक तरफ देश के करोड़ों लोगों की भावनाओं से कांग्रेस पार्टी के द्वारा खिलवाड़ किया गया वहीं दूसरी तरफ जहां पर 80% घर प्रदेश में देश में पीएसीएल का सहारा इंडिया कंपनी से ठगी पीड़ित हैं। अपने सैकड़ों विधानसभा प्रत्याशियों को हार के मुंह में झोंक दिया गया। इसका जिम्मेदार कौन?? छेड़कर फिर चुप्पी क्यों साधी ली गई?? क्या सहारा के अधिकारियों ने व सहारा प्रबंधन ने मुंह बंद कर दिया??