किसानों की मुआवजे की मांग”
पूसा। चकले वैनी पंचायत के अनुसूचित जाति के किसानों के लिए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई), पूसा द्वारा वितरित मुफ्त धान के बीज की बुआई से फसल बर्बाद हो गई है। किसानों का कहना है कि धान की बालियों में दाना नहीं बना, जिससे उनकी मेहनत और खर्च दोनों व्यर्थ हो गए।
भाकपा-माले के प्रखंड सचिव अमित कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि सैकड़ों किसानों को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है। किसानों ने संस्थान से मुआवजे की मांग की, लेकिन वहां शिकायत करने पर उन्हें दुर्व्यवहार और पुलिस की धमकी मिली।
भाकपा-माले ने आईएआरआई के अध्यक्ष से किसानों को तुरंत मुआवजा देने की मांग की है, अन्यथा आंदोलन का सामना करने की चेतावनी दी है।