इस बार के विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने फाजिलनगर से स्वामी प्रसाद मौर्य को टिकट दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य बीते दिनों भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। स्वामी प्रसाद मौर्य को फाजिलनगर से टिकट मिलने के बाद इलियास अंसारी पार्टी से नाराज हो गए
द न्यूज 15
लखनऊ। उतर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बसपा ने फाजिलनगर सीट से हाल ही में सपा छोड़ कर आए इलियास अंसारी को उम्मीदवार बनाया है। बसपा से टिकट मिलने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए इलियास अंसारी भावुक हो गए और कहने लगे कि सपा में रहने के कारण मेरी बेटी विधवा हो गई।
मीडिया से बात करते हुए इलियास अंसारी ने कहा कि मैंने समाजवादी पार्टी के लिए अपना पूरा जीवन न्योछावर कर दिया। समाजवादी पार्टी की राजनीति के चलते मेरी 22 साल की बेटी विधवा हो गई। पार्टी की वजह से मेरे दामाद की हत्या हो गई। समाजवादी पार्टी मेरी हत्या कराना चाहती है। साथ ही उन्होंने कहा कि यहां के लोग स्वामी प्रसाद मौर्य को हराकर दम लेंगे।
इस बार के विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने फाजिलनगर से स्वामी प्रसाद मौर्य को टिकट दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य बीते दिनों भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। स्वामी प्रसाद मौर्य को फाजिलनगर से टिकट मिलने के बाद इलियास अंसारी पार्टी से नाराज हो गए। इलियास का दावा है कि वे पिछले 30 साल से भी अधिक समय से समाजवादी पार्टी के लिए काम कर रहे थे लेकिन अंतिम समय में उनका टिकट काटकर थोड़े दिनों पहले पार्टी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य को उम्मीदवार बना दिया गया।
टिकट नहीं मिलने के बाद इलियास अंसारी ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी और चुनाव लड़ने का ऐलान किया। बसपा ने इस सीट से संतोष तिवारी को उम्मीदवार बनाया था। लेकिन इलियास अंसारी के बसपा में शामिल होने के तुरंत बाद बसपा ने संतोष तिवारी की उम्मीदवारी को वापस ले लिया और इलियास अंसारी को उम्मीदवार बना दिया। फाजिलनगर सीट मुस्लिम बाहुल्य होने और यहां के मुसलमानों के बीच अच्छी पकड़ होने की वजह से बसपा ने इलियास अंसारी को उम्मीदवार घोषित किया। इलियास अंसारी समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यकारी सदस्य भी रहे हैं।
फाजिलनगर से सपा उम्मीदवार स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर इलियास अंसारी ने कहा कि उनको लेकर लोगों के बीच गुस्सा है। इस बार यहां की जनता उनकी धूर्तता और उनकी राजनीति का सफाया कर देगी। साथ ही उन्होंने कहा कि वे पडरौना से भागकर फाजिलनगर आए हैं लेकिन मैं यहां से भी उनको भगाकर दम लूंगा।
मीडिया से बात करते हुए इलियास अंसारी ने कहा कि मैंने समाजवादी पार्टी के लिए अपना पूरा जीवन न्योछावर कर दिया। समाजवादी पार्टी की राजनीति के चलते मेरी 22 साल की बेटी विधवा हो गई। पार्टी की वजह से मेरे दामाद की हत्या हो गई। समाजवादी पार्टी मेरी हत्या कराना चाहती है। साथ ही उन्होंने कहा कि यहां के लोग स्वामी प्रसाद मौर्य को हराकर दम लेंगे।
इस बार के विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने फाजिलनगर से स्वामी प्रसाद मौर्य को टिकट दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य बीते दिनों भाजपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हुए। स्वामी प्रसाद मौर्य को फाजिलनगर से टिकट मिलने के बाद इलियास अंसारी पार्टी से नाराज हो गए। इलियास का दावा है कि वे पिछले 30 साल से भी अधिक समय से समाजवादी पार्टी के लिए काम कर रहे थे लेकिन अंतिम समय में उनका टिकट काटकर थोड़े दिनों पहले पार्टी में शामिल हुए स्वामी प्रसाद मौर्य को उम्मीदवार बना दिया गया।
टिकट नहीं मिलने के बाद इलियास अंसारी ने समाजवादी पार्टी के खिलाफ बगावत कर दी और चुनाव लड़ने का ऐलान किया। बसपा ने इस सीट से संतोष तिवारी को उम्मीदवार बनाया था। लेकिन इलियास अंसारी के बसपा में शामिल होने के तुरंत बाद बसपा ने संतोष तिवारी की उम्मीदवारी को वापस ले लिया और इलियास अंसारी को उम्मीदवार बना दिया। फाजिलनगर सीट मुस्लिम बाहुल्य होने और यहां के मुसलमानों के बीच अच्छी पकड़ होने की वजह से बसपा ने इलियास अंसारी को उम्मीदवार घोषित किया। इलियास अंसारी समाजवादी पार्टी के प्रदेश कार्यकारी सदस्य भी रहे हैं।
फाजिलनगर से सपा उम्मीदवार स्वामी प्रसाद मौर्य को लेकर इलियास अंसारी ने कहा कि उनको लेकर लोगों के बीच गुस्सा है। इस बार यहां की जनता उनकी धूर्तता और उनकी राजनीति का सफाया कर देगी। साथ ही उन्होंने कहा कि वे पडरौना से भागकर फाजिलनगर आए हैं लेकिन मैं यहां से भी उनको भगाकर दम लूंगा।