राजस्व का नुकसान -प्रशासन बेखबर
समस्तीपुर/ पूसा | रामजी कुमार।
जिले के सबसे प्रतिष्ठित स्थल पूसा में वर्षों से एक बड़ा अवैध बस और टेंपो पड़ाव संचालित हो रहा है, जिससे सरकार को भारी राजस्व हानि हो रही है। आश्चर्यजनक बात यह है कि इस पूरे मामले से न तो विश्वविद्यालय प्रशासन अवगत है और न ही स्थानीय प्रशासन के पास कोई स्पष्ट जानकारी है।
यह अवैध पड़ाव डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा और प्रखंड मुख्यालय के ठीक सामने स्थित एक विशाल भूखंड पर संचालित हो रहा है, जहां एक हेलीपैड भी बना है। यह हेलीपैड विशेष अवसरों पर वीआईपी आगमन के दौरान उपयोग होता है, परंतु अन्य दिनों में यह जगह एक अनधिकृत बस और टेंपो स्टैंड में तब्दील हो जाती है।
सूत्रों के अनुसार, इस भूखंड पर कभी कोई टेंडर नहीं निकाला गया, न ही किसी प्रकार की राजस्व वसूली की जाती है। बताया जा रहा है कि इसमें कुछ “बुद्धिजीवी” और विश्वविद्यालय के कर्मियों की मिलीभगत है, जो निजी लाभ के लिए इस भूखंड का उपयोग कर रहे हैं।
पूर्व में इसी भूमि के पश्चिमी हिस्से में चल रहे छोटे दुकानदारों को अतिक्रमणकारी बताकर हटाया गया था, और उन्हें दक्षिण-पश्चिम स्थित एक व्यावसायिक परिसर में स्थानांतरित किया गया था, जिससे विश्वविद्यालय को राजस्व मिलने लगा। लेकिन अवैध बस स्टैंड पर प्रशासन की चुप्पी सवाल खड़े कर रही है।
जब इस बाबत विश्वविद्यालय पदाधिकारियों से सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब देने से बचते हुए एक-दूसरे के पास भेजा। वहीं अंचल अधिकारी पल्लवी कुमारी ने भी अनभिज्ञता जाहिर की और कहा कि मामले की जानकारी लेकर कार्रवाई की जाएगी।
इधर भाकपा माले पूसा प्रखंड के सचिव अमित कुमार ने विश्वविद्यालय प्रशासन को चेताते हुए कहा है कि अगर अतिक्रमणकारियों और माफियाओं के विरुद्ध अविलंब कार्रवाई नहीं हुई, तो जोरदार आंदोलन किया जाएगा।
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