
इसी से तो जीवन है
इसी से बना जल है
हवा भी इसी से है
आकाश भी यही है
कण कण में तो
यही यही ही है ..
खुशियों से पूर्ण है
न इसका रंग है
न इसका धर्म है
यह तो सबके संग है..
न आदि है न अंत है
यह तो अन्नत है
छड़ छड़ में जीवंत
और स्वतंत्र है ..
आपको पर्यावरण दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
केएम भाई