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माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं के लिए राजगीर में बना सौ बेड का हाॅस्टल

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हाॅस्टल बनकर तैयार फिर भी छात्राओं को अभी करना होगा इंतजार
 हाॅस्टल को ठेकेदार द्वारा नहीं किया गया है हैंडओवर
  नये शैक्षणिक सत्र एक अप्रैल से छात्रावास में रहकर करनी है पढ़ाई

 

 

राजगीर। पर्यटक शहर राजगीर में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की माध्यमिक और उच्च माध्यमिक की छात्राओं के लिए हॉस्टल बिल्डिंग बनकर तैयार है। इस हाॅस्टल में एक सौ छात्राओं को आवासन की सुविधा उपलब्ध होगी। नया शैक्षणिक सत्र एक अप्रैल से शुरू होने वाला है। शैक्षणिक सत्र 2024-25 का सत्र एक अप्रैल से आरंभ हो जायेगा। एक अप्रैल से ही इस हाॅस्टल में रहकर छात्राओं को पढ़ाई आरंभ करनी है। लेकिन अबतक ठेकेदार द्वारा इस बिल्डिंग को हैंडओवर नहीं किया गया है। इस लिए यहां रहकर पढ़ाई करने वाले छात्राओं को कभी और इंतजार करना होगा। एक अप्रैल से कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के इस हाॅस्टल में रहकर नौवीं, दसवीं की छात्राएं पढ़ाई आरंभ करना संभव प्रतीत नहीं होता है। ज्ञात हो कि कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के पुराने हॉस्टल बिल्डिंग में आठवीं कक्षा तक की छात्राएं रहकर पठन-पाठन कर रही हैं। यहां की छात्राएं हाॅस्टल के बगल के मिडिल स्कूल, बाजार (ब्लॉक परिसर ) में पढ़ने के लिए जाती हैं। इस हाॅस्टल की नवमी- दशमी और 11 वीं- 12वीं की छात्राओं की पढ़ाई के लिए आरडीएच प्लस टू स्कूल को चिन्हित किया गया है। अब आठवीं बाद के कक्षाओं की छात्राओं को भी छात्रावास में रहकर पढ़ाई करने की सुविधा सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गयी है। बताया जाता है कि समय से बिल्डिंग को तैयार हो गया है। लेकिन ठेकेदार की मनमानी और विभागीय उदासीनता के कारण अब भी छोटे-मोटे कार्य बाकी हैं। फलस्वरूप उन कारणों से न तो ठेकेदार द्वारा बिल्डिंग को हैंडोवर किया जा रहा है और न हीं शिक्षा विभाग द्वारा उसे हैंडोवर लिया जा रहा है।

— अधिकारी बोले

नवनिर्मित हाॅस्टल बिल्डिंग अभी हैंडओवर नहीं किया गया है। हैंडओवर के पहले विभागीय इंजिनियरों के द्वारा बिजली, पानी, रोशनी, बेड आदि समुचित व्यवस्था का निरीक्षण किया जायेगा। संतुष्ट होने के बाद बिल्डिंग टेक ओवर लिया जायेगा। बिल्डिंग हस्तानांतरण बाद ही छात्राओं के रहने और पढ़ाई की व्यवस्था हो सकेगी।

राजकुमार, डीईओ, नालंदा