नोएडा। विकास खंड जेवर के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र रबूपुरा पर मंगलवार को स्वस्थ बालक बालिका प्रतिस्पर्धा का आयोजन किया गया। बच्चों की पोषण स्थिति, आहार की स्थिति, व्यक्तिगत स्वच्छता, टीकाकरण के आधार पर प्रत्येक केंद्र से सबसे स्वस्थ बच्चे का चयन किया गया। चयनित बच्चों को क्षेत्रीय विधायक धीरेंद्र सिंह ने पुरस्कृत किया। हुमायारा, निशां, अरहन, कोमेश, चारवी, अक्षरा, खुशबू सभ्यरेनंशी को पुरस्कार मिला। पुरस्कार वितरण समारोह में जेवर के बाल विकास परियोजना अधिकारी के साथ आंगनबाड़ी केंद्रों के लाभार्थी उपस्थित थे।
जिला कार्यक्रम अधिकारी पूनम तिवारी ने बताया-स्वस्थ बालक-बालिका स्पर्धा के आयोजन का उद्देश्य छह माह तक के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार लाना, पोषण के महत्व पर जागरूकता बढ़ाना और एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का वातावरण बनाना है। स्पर्धा में शामिल बच्चों को नियमित मासिक निगरानी वृद्धि के पांच अंक, व्यक्तिगत स्वच्छता के 10 अंक, पोषण श्रेणी में सुधार के 10 अंक, आहार की स्थिति ( जैसे – छह माह तक केवल स्तनपान) के 10 अंक, समय पर टीकाकरण के 10 अंक और छह माह से अधिक आयु वाले बच्चों को आईएफए सिरप के पांच अंक निर्धारित हैं। इसी आधार पर बच्चों का चयन कर उन्हें पुरस्कृत किया गया।
उन्होंने बताया- भारत सरकार की ओर से राष्ट्रीय विकास एजेंडा में पोषण को केंद्र में लाने के लिए पोषण अभियान की शुरुआत की गई है। 20 मार्च से पोषण पखवाड़ा शुरू हो चुका है। यह तीन अप्रैल तक चलेगा। पोषण पखवाड़े में प्रमुख रूप से मोटे अनाज के उपयोग को प्रोत्साहन, स्वस्थ बालक बालिका स्पर्धा का आयोजन, सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों को प्रोत्साहन आदि गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी ने कहा स्वस्थ जीवन के लिए उचित पोषक तत्वों की जरूरत होती है। शरीर की आहार संबंधी जरूरत के लिए उचित आहार का सेवन महत्वपूर्ण है।
उन्होंने बताया – इस बार पोषण पखवाड़े में मोटे अनाज पर अधिक जोर दिया गया है। मोटे अनाज सेहत के लिए बहुत उपयोगी होते हैं। इनमें फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स होते हैं जो शरीर के लिए बहुत जरूरी होते हैं। मोटे अनाज में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। इसके अलावा मोटा अनाज शरीर के विभिन्न भागों के लिए जरूरी विटामिन और मिनरल्स का स्रोत भी होते हैं।