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Gujarat Election: पंजाब के बाद अब गुजरात फतह पर निकले केजरीवाल!

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चरण सिंह राजपूत 

प संयोजक और दिल्ली (Delhi) के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को लोग कुछ भी बोलते रहें पर वह जो राजनीति कर रहे हैं उसमें उन्हें अपार सफलता मिल रही है। यह केजरीवाल का तरीका ही है कहने को तो देश में कांग्रेस, सपा, तृमूंका, राजद, एनसीपी, रालोद, डीएमके समेत कई संगठन हैं पर केजरीवाल का भाजपा को जो ललकारने का तरीका है उससे भाजपा बौखला जाती है। गत विधानसभा चुनाव में पंजाब फतह करने के बाद केजरीवाल ने गुजरात पर ध्यान फोकस किया है। बाकायदा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को लेकर वह गुजरात पहुंच गये हैं। अहमदाबाद में साबरमती आश्रम में जाकर बाकायदा महात्मा गांधी का चरखा चलाकर गांधी के नाम पर चुनाव लड़ने का संदेश केजरीवाल ने दिया है। पंजाब को फतह करने के बाद अब केजरीवाल लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी को उसके ही शासित गुजरात में  ललकारने की रणनीति बनाई है। वैसे भी गत वर्ष हुए निकाय चुनाव में जबरदस्त जीत के बाद ही केजरीवाल ने कह दिया था कि गुजरात का विधानसभा चुनाव आम आदमी पार्टी बनाम बीजेपी होगा। गुजरात में आम आदमी पार्टी का वर्चस्व देख केजरीवाल ने गुजरात के लोगों को ‘नई राजनीति की बधाई तक दे दी थी। नवम्बर-दिसंबर में गुजरात विधानसभा हैं। 5 राज्यों में हुए चुनाव में पंजाब जीत के बाद केजरीवाल आत्मविश्वास से लबरेज हैं और गुजरात जीतने की तैयारी में जुट गए हैं।
यह केजरीवाल का विपक्ष के मतदाताओं को प्रभावित करने का ही तरीका ही था कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्होंने भगत सिंह और बाबा भीम राव अंबेडकर को आगे कर भाजपा और कांग्रेस दोनों को ही ललकार दिया। जिस तरह से एमसीडी चुनाव को लेकर प्रधानमंत्री के ५६ इंच के सीने के दावे का उन्होंने मजाक बनाया तो भाजपा बौखला उठी। द कश्मीर फाइल्स के भाजपा के एक कार्यकर्ता से लेकर प्रधानमंत्री तक प्रमोशन करने को पोस्टर लगाने से जोड़ने पर तो भाजपा ने केजरीवाल को हिन्दू विरोधी ही ठहरा दिया। बाकायदा केजरीवाल के आवास पर हमला कर दिया गया। केजरीवाल की राजनीति देखिए कि उन्होंने दिल्ली के एक कार्यक्रम में कह दिया कि वह देश के लिए अपनी जान भी दे सकते है  दुनिया की सबसे सबसे बड़ी पार्टी का इस तरह से गुंडागर्दी करने से युवाओं पर क्या संदेश जाएगा ? केजरीवाल ने भाजपा को न केवल २०१५ के विधानसभा चुनाव बल्कि २०१५ के विधानसभा चुनाव में धूल चटाई है। दोनों ही चुनाव में भाजपा के पूरी ताकत झोंकने के बावजूद केजरीवाल के सामने भाजपा नेताओं की एक न चली। द कश्मीर फाइल्स पर कश्मीरी पंडितों की सहानुभूति बटोरने की कोशिश की रही भाजपा को आम सांसद संजय सिंह ने राज्यसभा में ललकार दिया है। उन्होंने कहा है कि फिल्म बनाने से काम नहीं चलेगा। सभी सांसद पांच-पांच करोड़ रुपये कश्मीर पंडितों के पुनर्वास के लिए दें। जब गृहमंत्री अमित शाह ने पंजाब सरकार को घेरने के लिए केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ और केजरीवाल को टारगेट करने को तीनों नगर निगमों को एक करने का विधेयक पेश किया।  तो केजरीवाल ने पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सेे पंजाब विधानसभा चुनाव में चंडीगढ़ को कब्जाने के लिए पंजाब विधानसभा चुनाव में एक बिल पास करा दिया।