राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण के बजट के दोनों सदनों को संयुक्त रूप से संबोधित किया। अपने भाषण में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि आजादी के अमृतकाल में देश पंच प्राणों की प्रेरणा से आगे बढ़ रहा है। गुलामी के हर निशान, हर मानसिकता से मुक्ति दिलाने के लिए भी मेरी सरकार निरंतर प्रयासरत है। जो कभी राजपथ था वह अब कर्त्तव्यपथ बन चुका है। उन्होंने कहा कि आज एक ओर देश में अयोध्या धाम का निर्माण हो रहा है तो दूसरी ओर आधुनिक संसद भवन भी बन रहा है। एक ओर हमने केदारनाथ धाम, काशी विश्वनाथ धाम और महाकाल का निर्माण किया तो वहीं हर जिले में हमारी सरकार मेडिकल कॉलेज भी बनवा रही है।