साथ दे रहे हैं राहुल और लालू जैसे वोट के सौदागर
पटना/बेगूसराय। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने इस्लामिक कट्टरवाद पर हमला बोला है। गिरिराज ने कहा कि जहां पहले किसी भी संस्थान में बुर्का या हिजाब नहीं पहना जाता था, अब वहां भी यह नई संस्कृति हावी हो रही है।उन्होंने कहा कि जबकि कई देश बुर्का पहनने से दूर जा रहे हैं, उनका मानना है कि भारत में कुछ लोग इसे और बढ़ावा दे रहे हैं। वह बताते हैं कि एक समय था जब स्कूलों और अन्य जगहों पर बहुत कम लोग बुर्का या हिजाब पहनते थे, लेकिन अब यह आम होता जा रहा है। बेगूसराय तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे गिरिराज ने कहा कि आज पूरी दुनिया के कई इस्लामिक देशों में बुर्का के खिलाफ आंदोलन चल रहा है, लेकिन भारत के अंदर कट्टरपंथियों के कारण एक नई संस्कृति की शुरू हुई है. गिरिराज ने कहा कि जहां पहले कभी किसी इंस्टिट्यूशन में बुर्का नही पहनती थी ,हिजाब नहीं लगाती थी ,वहां भी अब इसकी संस्कृति क्यों बढ़ रही है?
गिरिराज सिंह ने मदनी और तौकीर रजा जैसे कुछ नेताओं का जिक्र करते हुए कहा कि वे कानून का सम्मान नहीं कर रहे हैं और विरोध करने के लिए लोगों के बड़े समूह को इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं। गिरिराज का मानना है कि ये नेता देश में डर पैदा कर रहे हैं, जिसकी वजह से कुछ परिवार अपनी बेटियों को बुर्का पहनाने के लिए दबाव महसूस कर रहे हैं। वह इस बात को लेकर चिंतित हैं कि यह स्थिति भारत में हिंदुओं को कैसे प्रभावित कर रही है। चाहे तौकीर रजा को 5 लाख लोगों को लेकर दिल्ली को घेर ले या मदनी कुछ भी कहें, राहुल और लालू जैसे वोट के सौदागर उनके साथ खड़े होंगे. फन्होंने कहा कि तौकीर रजा और मदनी के साथ हमेशा ऐसे लोग होंगे जो उनके साथ वोट का सौदा करना चाहते हैं, चाहे वह राहुल गांधी हों या लालू यादव।
गिरिराज सिंह ने कहा कि कर्नाटक के नेता पर गलत काम करने का आरोप लगाया गया है और ऐसा लगता है कि उन्हें इस बात पर कोई शर्मिंदगी महसूस नहीं हो रही है। उन्हें यह भी लगता है कि कर्नाटक पक्षपातपूर्ण काम कर रहा है, जैसे कि कुछ नौकरियों में मुसलमानों को विशेष अवसर देना। उनका मानना है कि यह वास्तव में अनुचित है।
केंद्रीय मंत्री ममता बनर्जी और पश्चिम बंगाल के बारे में बुरी बातें कह रहे हैं। उन्हें लगता है कि पश्चिम बंगाल में बहुत ज़्यादा लड़ाई-झगड़ा हो रहा है और सत्ता में बैठे लोग नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। उनका मानना है कि सरकार सिर्फ़ कुछ ख़ास लोगों की मदद कर रही है। उन्हें यह भी चिंता है कि ममता बनर्जी सोचती हैं कि मुसलमान भविष्य में पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश जैसा बना देंगे।